टीम इंडिया को लेकर बोला घरेलू क्रिकेट का सुपरस्टार- अगले सीजन के लिए हूं तैयार
इंग्लैंड दौरे पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के फाइनल और टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम (Indian Cricket Team) का हाल ही में ऐलान किया गया
इंग्लैंड दौरे पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के फाइनल और टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम (Indian Cricket Team) का हाल ही में ऐलान किया गया. इस टीम में इंग्लैंड की परिस्थितियों को देखते हुए 6 तेज गेंदबाजों को शामिल किया गया है. इनके अलावा 3 तेज गेंदबाज स्टैंडबाय पर ले जाए जा रहे हैं. टीम के ऐलान के बाद से सबसे ज्यादा चर्चा इस बात पर है कि भुवनेश्वर कुमार को फिट होने के बावजूद क्यों नहीं चुना गया. इस पर अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं, लेकिन एक और गेंदबाज है, जिसकी फिर से अनदेखी होने पर भी सवाल उठने लगे हैं. ये गेंदबाज हैं जयदेव उनादकट. सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट ने अब इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और खास अंदाज में जवाब दिया है.
अगले सीजन के लिए तैयार उनादकट
उनादकट भारतीय टीम के लिए एक मैच खेल चुके हैं. उन्होंने 2010 में सिर्फ 19 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बाद से उन्हें फिर कभी टीम में जगह नहीं मिली. अब ऐसे में जब उनकी फिर से अनदेखी हुई है और इस पर चर्चा होने लगी है, तो उनादकट ने खुद इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि वह आने वाले वक्त के लिए तैयार हैं और फिर से अपना दम दिखाएंगे.
टीम इंडिया के चयन के बाद पूर्व भारतीय गेंदबाज डोडा गणेश ने उनादकट को न चुने जाने पर हैरानी जताई थी और ट्वीट कर अपनी निराशा जाहिर की थी. इसके जवाब में ही उनादकट ने लिखा, "आपकी इस चिंता ने मुझे और भी ज्यादा प्रोत्साहित किया है. मैं अगले सीजन के लिए तैयार हूं.
रणजी ट्रॉफी में लगाया विकेटों का ढेर
बाएं हाथ के मीडियम पेसर उनादकट का भारत के लिए टेस्ट डेब्यू अच्छा नहीं रहा था. भारतीय टीम उस मैच में सिर्फ एक ही पारी में गेंदबाजी कर सकी थी. इसमें भी उनादकट ने 26 ओवरों की गेंदबाजी में 101 रन दिए, लेकिन कोई विकेट हाथ नहीं लगा. इसके बाद पिछले 11 सालों में उन्हें दोबारा कभी टीम में जगह नहीं मिल पाई है. हालांकि, पिछले कुछ रणजी सीजनों में उनका प्रदर्शन जोरदार रहा है. उनादकट ने रणजी ट्रॉफी 2019-20 में 13.23 की औसत से 10 मैचों में 67 विकेट लिए और सात बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया. इस प्रदर्शन के बूते सौराष्ट्र की टीम ने रणजी ट्रॉफी जीतने का कमाल भी किया. वहीं रणजी ट्रॉफी के पिछले पांच सीजन की बात करें तो उन्होंने 41 मैच में 189 विकेट लिए हैं.