रविचंद्रन अश्विन ने छह टेस्ट में 36 विकेट लेकर किया कमाल
रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट के पिछले कुछ महीनों को परीकथा सा बताया है
रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट के पिछले कुछ महीनों को परीकथा सा बताया है. अहमदाबाद में तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को दूसरे ही दिन हराने के बाद उन्होंने कहा कि कुछ महीनों पहले तक उनकी टीम में जगह तक पक्की नहीं थी लेकिन फिर मौका मिला और वे छह टेस्ट में 36 विकेट ले चुके हैं. रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह नहीं बन रही थी. लेकिन रवींद्र जडेजा के चोटिल होने से उन्हें खेलने का मौका मिला. इसके बाद लगातार विकेट लेने के साथ ही सिडनी और चेन्नई टेस्ट में उन्होंने अपनी बैटिंग से भी कमाल किया. अहमदाबाद टेस्ट के दौरान अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट भी पूरे कर लिए.
स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए अश्विन ने कहा, 'अच्छा लगता है, बोर्ड 400 विकेट की जानकारी दे रहा था. पूरा स्टेडियम खड़ा था और मेरे लिए ताली बजा रहा था. यह खुशी की बात है कि टीम की जीत वाले मैच में यह सब हुआ क्योंकि जब पहली पारी में हम 145 रन पर सिमटे तो मुझे लगा था कि हमारे पास शायद पर्याप्त बढ़त नहीं है और मैच बराबरी पर था. पिछले दो-तीन महीने में जो कुछ हुआ वह समझ में नहीं आ रहा. यदि मैं पलटकर देखता हूं तो लगेगा कि यह सपना चल रहा है. यह परीकथा सा है. जब मैंने ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू किया तब मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं प्लेइंग इलेवन में खेलूंगा क्योंकि जडेजा की ही जगह बन रही थी. फिर उसकी हैमस्ट्रिंग में चोट आ गई और इसके बाद से सबकुछ ऊपर की तरफ ही जा रहा है.'
कोहली-शास्त्री ने बैटिंग सुधारने को कहा था
अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री से बातचीत का भी जिक्र किया. वहां उन्हें संकेत दिया गया था कि उन्हें बैटिंग में सुधार करना होगा. अश्विन ने कहा, 'जब मैं ऑस्ट्रेलिया पहुंचा तो सिडनी में पहला सेशन रोचक था, मैंने सोचा कि मैं आईपीएल में भी अच्छी गेंदबाजी कर रहा था. फिर जब मैं ऑस्ट्रेलिया गया तो विराट और रवि भाई दोनों ने मुझसे बात की और कहा कि मुझे कैसे बैटिंग में काम करना है क्योंकि दोनों को मेरी बॉलिंग में कुछ खास लगा था.'