राहुल द्रविड़ नहीं बनना चाहते है टीम इंडिया के कोच, सामने आई बड़ी वजह
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान, जूनियर टीम के कोच और हाल में श्रीलंका गई भारतीय टीम के कोच रहे राहुल द्रविड़ स्थायी तौर पर विराट की टीम के कोच नहीं बनना चाहते हैं।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान, जूनियर टीम के कोच और हाल में श्रीलंका गई भारतीय टीम के कोच रहे राहुल द्रविड़ स्थायी तौर पर विराट की टीम के कोच नहीं बनना चाहते हैं। इस साल अक्टूबर-नवंबर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाले टी-20 विश्व कप के बाद टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पदाधिकारी से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि अगले कोच की नियुक्ति टीम इंडिया के टी-20 विश्व कप के प्रदर्शन के आधार पर होगी। जब पदाधिकारी से पूछा गया कि क्या शास्त्री के कोच बने रहने की संभावना खत्म हो गई है या वह आगे कोच नहीं बने रहना चाहते क्योंकि वह अगले साल 60 वर्ष के हो जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि शास्त्री आगे कोच नहीं बने रहना चाहते हैं। निश्चित तौर पर वह कोच बने रहना चाहते हैं लेकिन यह सब टीम इंडिया के प्रदर्शन पर तय करेगा। हां, द्रविड़ जरूर कोच नहीं बनना चाहते हैं। उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के क्रिकेट प्रमुख पद पर रहकर ही आगे काम करना चाहते हैं। बीसीसीआइ उनके फैसले का सम्मान करता है। पदाधिकारी से पूछा गया कि क्या किसी और के नाम पर भी विचार किया जा रहा है तो उन्होंने कहा, नहीं अभी किसी नाम पर विचार नहीं हो रहा है।
मालूम हो कि शास्त्री पहली बार साल 2014 में बतौर डायरेक्टर टीम इंडिया से जुड़े थे। इसके बाद शास्त्री को एक साल के लिए कोच नियुक्त किया गया। इसके बाद अनिल कुंबले टीम इंडिया के फुल टाइम कोच बने लेकिन विराट से तनातनी के कारण उन्होंने 2017 चैंपियंस ट्राफी के बाद अपना पद छोड़ दिया। इसके बाद शास्त्री फिर कोच बने और 2019 विश्व वर्ल्ड कप तक अपना कार्यकाल पूरा किया। टीम इंडिया के अच्छे प्रदर्शन के कारण उनका कार्यकाल 2020 टी-20 विश्व कप तक बढ़ा दिया गया था। पिछले साल कोरोना के चलते टी-20 विश्व कप नहीं हो सका। यह अब इस साल दुबई में होगा।
बीसीसीआइ शास्त्री का कार्यकाल खत्म होने के बाद द्रविड़ को टीम इंडिया का कोच बनाना चाहता था लेकिन वह एनसीए प्रमुख बने रहना चाहते हैं। हाल ही में बीसीसीआइ ने द्रविड़ का दो साल का कार्यकाल खत्म होने के बाद एनसीए प्रमुख के आवेदन मांगे थे। नए संविधान के अनुसार, अनुबंध में विस्तार का कोई प्रावधान नहीं है और चयन की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की जाती है। इसके बाद राहुल ने क्रिकेट प्रमुख के पद के लिए पुन: आवेदन किया है। उनके अलावा किसी बड़े नाम ने आवेदन नहीं किया था जिससे उनका फिर से एनसीए प्रमुख बनना तय है।