पंजाब किंग्स के स्पिनर राहुल चाहर खुद को आलराउंडर के तौर पर तैयार कर रहे

पंजाब किंग्स के लेग स्पिनर राहुल चाहर का कहना है कि उनके भाई दीपक चाहर को उनमें लेग स्पिनर बनने की प्रतिभा दिखी थी जिसके बाद वह इस ओर आगे बढ़े। उन्होंने साथ ही कहा कि लोग उन्हें भविष्य में आलराउंडर के रूप में भी उभरते हुए देख देख सकते हैं।

Update: 2022-04-12 06:04 GMT

पंजाब किंग्स के लेग स्पिनर राहुल चाहर का कहना है कि उनके भाई दीपक चाहर को उनमें लेग स्पिनर बनने की प्रतिभा दिखी थी जिसके बाद वह इस ओर आगे बढ़े। उन्होंने साथ ही कहा कि लोग उन्हें भविष्य में आलराउंडर के रूप में भी उभरते हुए देख देख सकते हैं। आइपीएल सहित भारतीय टीम में वापसी को लेकर अभिषेक त्रिपाठी ने राहुल चाहर से की खास बातचीत, पेश हैं मुख्य अंश :

नई टीम के साथ जाकर कैसे लग रहा है? आप पहले चैंपियन टीम में रहे हैं। लेकिन पंजाब किंग्स ने अब तक खिताब नहीं जीता है।

मुझे तो पंजाब आकर काफी अच्छा लग रहा है। मुझे टीम में काफी प्यार और समर्थन मिल रहा है। विशेषकर सीखने के लिए काफी कुछ मिल रहा है। इसके अलावा अनिल कुंबले सर भी साथ में हैं। मेरे लिए यह काफी बड़ी चीज है। रही बात खिताब की तो आइपीएल में कई ऐसी टीम हैं जिन्होंने यह खिताब नहीं जीता है। हम कोशिश करेंगे कि टीम को जिताएं। हमारा लक्ष्य भी यही है कि इस टीम में आएं हैं तो जिता के ही जाना है।

आप स्पिनर और आपके भाई दीपक तेज गेंदबाज कैसे बने। जब मैदान में एक दूसरे के सामने होते हैं तो क्या भाव रहता है और जब मैदान के बाहर मिलते हैं तो क्या बात करते हैं?

जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था उससे पहले ही दीपक भइया तेज गेंदबाज थे। मैंने भी तेज गेंदबाजी करना शुरू किया था। दीपक भइया ने जब मुझे देखा तो उन्हें लगता था कि मेरे अंदर तेज गेंदबाजी में ज्यादा कौशल नहीं है। उन्हें लगता था कि मेरी प्रतिभा लेग स्पिन में ज्यादा अच्छी है। जब मैं ऐसे ही गेंद डालता था तो वो टर्न लेती थी। उस समय यह फैसला लिया कि मुझे लेग स्पिनर के तौर पर खेलना चाहिए। रही बात मैदान पर एक दूसरे से मिलने की तो आपने देखा ही होगा जब भी आमने-सामने आए हैं हमने एक-दूसरे को आउट किया है। हम दोनों ही अपना 100 फीसद देते हैं और उस वक्त यह नहीं सोचते कि सामने भाई है। बाहर फिर गले भी मिलते हैं।

ये आइपीएल क्या आपको टीम इंडिया में वापस ले जाएगा?

जैसे मैं हमेशा बोलता हूं कि मैं इतना लंबा नहीं सोचता हूं। मेरा काम अगले मैच तथा आगे के मुकाबलों पर ध्यान देना है। मैं एक खिलाड़ी के तौर पर यही सोचता हूं। मैं यह नहीं सोचता कि आइपीएल में खेलने से मेरी भारतीय टीम में वापसी होगी या नहीं। मेरा काम है अभी अपनी टीम के लिए अच्छा करना और मैं यही करने की कोशिश करता हूं।

पहले आप युवा थे, अब सीनियर हो गए हैं। क्या जिम्मेदारी बदली है। एक क्रिकेटर के तौर पर अपने अंदर क्या बदलाव देखा है?

मैं इतना भी सीनियर नहीं हुआ हूं, लेकिन हां अब चार-पांच साल का अनुभव हो गया है। हर साल कुछ ना कुछ गेंदबाजी में भी सीखने की कोशिश करता हूं। वो आत्मविश्वास दिखता है कि पिछले साल मैंने ऐसा किया था तो यह अच्छा है। ऐसा तो कोई खास बदलाव नहीं है। बस यही है कि थोड़ा अनुभव हो गया है और अब बल्लेबाजी पर भी काम कर रहा हूं। शायद कुछ वर्षो में मैं आलराउंडर के रूप में भी सामने आऊं।

पंजाब ने इस बार शानदार शुरुआत की है। टीम बड़े स्कोर बना रही है। सीएसके को तो आप लोगों ने 18 ओवर में 126 रनों पर आलआउट कर दिया।

हां, टीम अच्छी लग रही है। मैंने पहले भी कहा कि टीम के खिलाड़ी सेट दिख रहे हैं और अच्छा माहौल है। काफी अच्छा वातावरण भी है। मुझे लगता है कि इस बार पंजाब कुछ करेगी और इस बार हम जीतेंगे।

मुंबई और पुणे की पिच के बारे में क्या कहेंगे। अभी गर्मी बढ़ेगी और मैच भी ज्यादा होंगे तो पिच में क्या बदलाव होंगे। एक खिलाड़ी के तौर पर खुद को फिट रखना कितनी चुनौती होगी?

एक खिलाड़ी के तौर पर आपको हमेशा अपनी फिटनेस का ध्यान रखना पड़ता है। जितना आप ध्यान रखोगे, उतने ही फिट रहोगे। अभी भारत में जितनी क्रिकेट होती है उसमें बहुत जरूरी है कि अपने शरीर का ध्यान रखा जाए। अगर थोड़ा सा भी ध्यान से भटके तो चोटिल होने के मौके बढ़ जाएंगे। पिच की बात रही तो जैसे-जैसे मुकाबले होंगे मुझे लगता है कि पिच धीमी होगी लेकिन कंफर्म नहीं कह सकते हैं। उम्मीद है सभी को इस बारे थोड़ा अंदाजा होगा।आपकी गेंदबाजी स्टाइल तो लोग पसंद करते ही है। आपका फैशन स्टाइल भी काफी अलग है। क्या सोच है?हां, मैं कोशिश करता हूं कि थोड़ा ठीक लगूं। बाकी तो लोगों के ऊपर है कि वे पसंद करें। कई लोग होंगे जो पसंद नहीं भी करते होंगे। मैं वही करता हूं जो मुझे पहनने में अच्छा लगता है। जो मुझे अच्छा महसूस कराए मैं वही कपड़े पहनता हूं और मैं यही कोशिश करता हूं बस।


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