ये बड़ा कारनामा अंजाम देने की फिराक में हैं नीरज चोपड़ा, 12 KG बढ़ गया वजन

Update: 2021-12-30 09:25 GMT

नई दिल्ली: ओलंपिक में भारत को गोल्ड दिलाने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा की नजरें वर्ल्ड के बेस्ट एथलीट्स में शामिल होने पर हैं. इसके लिए वे 90 मीटर की दूरी तक भाला फेंकने की तैयारी कर रहे हैं. नीरज चोपड़ा ने कहा कि मैं 90 मीटर दूर भाला फेंकने की तैयारी कर रहा हूं. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यदि लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया तो गड़बड़ हो जाएगी. नीरज ने बताया कि टोक्यो ओलिंपिक के बाद उन्होंने सब कुछ खाया और उनका वजन करीब 12-13 किलो बढ़ गया.

नीरज का मानना है कि यदि वे 90 मीटर की दूरी तक भाला फेंकते हैं, तो उनका नाम इस खेल के वर्ल्ड बेस्ट प्लेयर्स में शामिल हो जाएगा. टोक्यो ओलिंपिक में अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर का थ्रो फेंक कर गोल्ड मेडल जीता था. नीरज का सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 88.07 मीटर है.
... मुझ पर कोई दबाव नहीं है
उन्होंने मीडिया से वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मेडल जीतने एक बात है, जबकि ज्यादा दूरी तक भाला फेंकना अलग बात है. 90 मीटर का थ्रो फेंकने से मेरा नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ भालाफेंक खिलाड़ियों में शामिल होगा. मैं इसके करीब हूं और जल्द ही यह भी पार करूंगा, लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता. मुझपर कोई दबाव भी नहीं है कि वहां तक नहीं पहुंचा तो गड़बड़ हो जाएगी.''
नीरज ने कहा, 'अभी मैं दो मीटर दूर हूं. यह कम भी नहीं है, लेकिन असंभव भी नहीं, क्योंकि मेरी प्रैक्टिस अच्छी है. मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता, लेकिन यह ऐसी बाधा है तो मुझे इस साल पार करनी है. तकनीक में ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है. मैं जो कर रहा हूं, उसी में सुधार करूंगा. दमखम और रफ्तार पर काम करना होगा तो दूरी अपने आप तय हो जाएगी.''
ओलंपिक के बाद काफी वजन बढ़ गया
ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड पदक का भारत का 100 साल पुराना इंतजार खत्म करने वाले चोपड़ा ने कहा कि ओलंपिक के बाद उनका वजन बढ गया. उन्होंने कहा, 'ओलिंपिक से आने के बाद मैंने वह सब कुछ खाया जो मैं खाना चाहता था. मैं बहुत समय से कंट्रोल कर रहा था. मेरा करीब 12-13 किलो वजन बढ़ गया.'
नीरज अब अमेरिका के चुला विस्टा में ऑफ सीजन अभ्यास कर रहे हैं और उनका वजन ऑफ सीजन वजन के करीब पहुंच गया है. उन्होंने कहा, 'मैं 22 दिन से प्रैक्टिस कर रहा हूं और अब तक 5.5 किलो वजन कम कर लिया है. अब मेरा वजन ऑफ सीजन वजन के करीब है. शुरुआती कुछ दिन कठिन थे. शरीर में दर्द होता था और काफी मेहनत करनी पड़ती थी. मैं थक जाता था, लेकिन शरीर के लिए कड़ा अभ्यास कर रहा हूं, ताकि जल्द ही भाला फेंकने की कड़ी प्रैक्टिस कर सकूं.'
भारतीय खेलों में बेहतरी के लिए क्या बदलाव लाने होंगे, यह पूछने पर उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा खेलना जरूरी है. उन्होंने कहा, 'जितना ज्यादा इंटरनेशनल लेवर पर खेलेंगे, उतना ही अच्छे खिलाड़ियों से खेलने का अनुभव मिलेगा. इससे बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा भी मिलेगी.'


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