भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाज को भरोसा, सीनियरों के संन्यास के बाद भी नहीं पड़ेगा फर्क

क्रिकेट जगत में पिछले 3-4 महीनों से सबसे ज्यादा चर्चा भारतीय टीम के नए खिलाड़ियों और उनके प्रदर्शन की है

Update: 2021-03-31 16:49 GMT

क्रिकेट जगत में पिछले 3-4 महीनों से सबसे ज्यादा चर्चा भारतीय टीम के नए खिलाड़ियों और उनके प्रदर्शन की है. ऑस्ट्रेलिया दौरे से लेकर इंग्लैंड के खिलाफ हालिया सीरीज तक, भारत के युवा खिलाड़ियों ने अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच और सीरीज में ऐसा दमदार खेल दिखाया है, जिसने न सिर्फ टीम को जीत दिलाई है, बल्कि भारत की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ का भी नजारा पेश किया है. खास तौर पर तेज गेंदबाजों ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. यही कारण है कि टीम के सीनियर गेंदबाज मोहम्मद शमी भी बेहद खुश हैं और कहते हैं कि मौजूदा खिलाड़ियों के बाद जब टीम में बदलाव का दौर आएगा, तो वो आसान रहेगा.

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में मिली हार और फिर सीनियर खिलाड़ियों की गैरहाजिरी के चलते भारतीय टीम मोहम्मद सिराज, शुभमन गिल, नवदीप सैनी, टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों ने डेब्यू किया. वहीं शार्दुल ठाकुर के लिए भी ये दौरा एक डेब्यू जैसा ही था. इसमें भी सुंदर और नटराजन को नेट गेंदबाज के तौर पर ले जाया गया था. इन सभी ने मौका मिलने पर शानदार प्रदर्शन किया और 2-1 से ऐतिहासिक जीत के नायक बने.
हमारे संन्यास के बाद बदलाव होगा आसान
इनके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ अक्षर पटेल का डेब्यू हो या वनडे सीरीज में प्रसिद्ध कृष्णा को मौका मिलना, इन सभी ने खुद को साबित किया. इनके प्रदर्शन ने एक बात तो साफ कर दी, कि भारत के पास अगले कुछ सालों तक शानदार खिलाड़ियों की कमी नहीं होगी. इसलिए टीम के मौजूदा खिलाड़ी भी भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं. ऑस्ट्रेलिया सीरीज में चोटिल होने वाले तेज गेंदबाज शमी ने समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए कहा,
"जब हमारा संन्यास लेने का समय आयेगा तो युवा हमारी जगह लेने के लिये तैयार होंगे. वे जितना अधिक खेलेंगे, उतना ही बेहतर होंगे. मुझे लगता है कि जब हम संन्यास लेंगे तो बदलाव का दौर काफी आसान रहेगा."
नेट गेंदबाजों को साथ ले जाने का रहा फायदा
शमी ने साथ ही कहा कि नेट गेंदबाजों को जिस तरह का अनुभव मिला, वो आगे चलकर काम आएगा. उन्होंने कहा, "अगर एक बड़ा खिलाड़ी संन्यास लेगा तो टीम को कोई परेशानी नहीं होगी. बेंच तैयार है. अनुभव हमेशा ही जरूरी होता है और युवा इस दौरान अनुभव हासिल कर लेंगे. नेट गेंदबाजों को 'बायो बबल' के माहौल में ले जाने से उन्हें काफी फायदा मिला और उन्हें काफी अहम मौके मिले.''
पंजाब किंग्स के साथ करेंगे वापसी
कार्तिक त्यागी को छोड़कर आस्ट्रेलिया गयी भारत की विशाल टीम के सभी गेंदबाजों को मुश्किल परिस्थितियों में खेलने का मौका मिला क्योंकि शमी, बुमराह और उमेश श्रृंखला के दौरान चोटिल हो गये थे जबकि ईशांत दौरे पर गये ही नहीं थे. मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद अब पहली बार मैदान पर लौट रहे हैं और IPL 2021 में पंजाब किंग्स की ओर से वापसी करेंगे.


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