IPL में शतक ठोककर रचा इतिहास, रोहित शर्मा की जगह मिली एंट्री

इस खिलाड़ी ने आईपीएल में शतक लगाकर रिकॉर्ड बना दिया था.

Update: 2021-10-24 06:26 GMT

भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा खिलाड़ी जिसके खेल की सब तरफ तारीफ होती है लेकिन उसे खेलने के मौके बहुत कम मिलते हैं. उसे हर बार टीम में किसी खिलाड़ी के बाहर होने पर ही शामिल किया गया. फिर चाहे वो उसकी घरेलू टीम हो या टीम इंडिया. यह खिलाड़ी है ऋद्धिमान साहा 9Wriddhiman Saha). आज उनका बर्थडे है. साहा की गिनती हर समय भारत के आला दर्जे के विकेटकीपर्स में हुई लेकिन उन्हें खेलने के लिए हमेशा इंतजार ही करना पड़ा. पहले महेंद्र सिंह धोनी के चलते उन्हें मौका नहीं मिला. फिर ऋषभ पंत के उभरने की वजह से वे बेंच पर बैठे रहते हैं. ऐसे में इस क्रिकेटर के करियर के बारे में जानते हैं-

ऋद्धिमान साहा को बंगाल टीम में जगह भी रोचक अंदाज में मिली थी. तब टीम के मुख्य विकेटकीपर दीप दासगुप्ता थे. लेकिन वे 2008 में शुरू हुई बागी इंडियन क्रिकेट लीग में शामिल हो गए. ऐसे में साहा को बंगाल टीम में लिया गया. पहले ही मैच में साहा ने अपने जलवे बिखेरे. उन्होंने डेब्यू रणजी मैच में ही शतक लगाया. यह कारनामा करने वाले वे बंगाल के 15वें खिलाड़ी बने. लेकिन डेब्यू सीजन के आगे के मैचों में वे केवल एक फिफ्टी लगा सके. मगर तब तक साहा की कीपिंग में मास्टरी के किस्से सब जगह फैल चुके थे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में साहा ने 120 मैचों में 42.14 की औसत के साथ 13 शतकों की मदद से 6321 रन बनाए हैं.
ऋद्धिमान साहा की भारतीय टीम में एंट्री रिप्लेसमेंट प्लेयर के रूप में हुई. 2010 में नागपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जब रोहित शर्मा चोट के चलते बाहर हुए तो उन्हें बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया. इसके बाद दो साल तक उन्हें दूसरा टेस्ट नहीं मिला. 2012 में जब स्लो ओवर रेट के चलते सस्पेंड हुए तब साहा ने दूसरा टेस्ट खेला. लेकिन इसके बाद फिर से दो साल का इंतजार. 2014 में धोनी ने जब टेस्ट से संन्यास लिया तो साहा को नियमित रूप से मौके मिले. उन्होंने श्रीलंका में लगातार दो अर्धशतक लगाए. वेस्ट इंडीज में शतक लगाया. 2010 में डेब्यू करने के बाद से साहा अभी तक 38 टेस्ट खेल सके हैं. इनमें उनके नाम 29 की औसत से 1251 रन हैं. उन्होंने टेस्ट में तीन शतक और पांच फिफ्टी लगाई हैं.
साहा को भारत के सबसे बढ़िया विकेटकीपर्स में गिना जाता है. उनके नाम भारत की ओर से एक टेस्ट में सबसे ज्यादा कैच लपकने का रिकॉर्ड है. ऋद्धिमान साहा ने वेस्ट इंडीज दौरे पर एंटीगा टेस्ट में छह कैच पकड़े थे. साथ ही दूसरी पारी में एक स्टंपिंग भी की थी. टेस्ट क्रिकेट में विकेट के पीछे उन्होंने 92 कैच और 11 स्टंपिंग की है. ऋद्धिमान साहा ने भारत के लिए वनडे भी खेले हैं. 2010 में ही न्यूजीलैंड के खिलाफ गुवाहाटी वनडे से उन्होंने डेब्यू किया. हालांकि इस फॉर्मेट में भी उन्हें ज्यादा मौके मिले. 2014 में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने आखिरी बार वनडे खेला था. इस फॉर्मेट में उनके नाम नौ मैचों में केवल 41 रन हैं.
ऋद्धिमान साहा को आईपीएल 2008 में केकेआर ने अपने साथ जोड़ा था. तब से वे आईपीएल में सीएसके, सनराइजर्स हैदराबाद, पंजाब किंग्स जैसी टीमों का हिस्सा रहे हैं. हालांकि केकेआर, सीएसके जैसी टीमों में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. टी20 क्रिकेट में उनके नाम 204 मैच हैं जिनमें उन्होंने 3577 रन बनाए हैं. वे दो शतक और 18 फिफ्टी इस फॉर्मेट में लगा चुके हैं. इनमें से एक शतक तो आईपीएल में बनाया है. उन्होंने आईपीएल 2014 के फाइनल में केकेआर के खिलाफ शतक लगाया था और आईपीएल फाइनल में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे.
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