ड्रेसिंग रूम की बातचीत पर गौतम गंभीर ने तोड़ी चुप्पी, कहा- ईमानदारी से कुछ शब्द कहे थे
सिडनी: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में माहौल को लेकर आ रही रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में अनबन की खबरों ने काफी विवाद खड़ा किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बॉर्डर गावस्कर सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में 184 रनों की बड़ी हार के बाद गौतम गंभीर ने भारतीय खिलाड़ियों के प्रति अपना गुस्सा व्यक्त किया था और कहा था कि 'बहुत हो गया है', यह बात उन्होंने अपनी ड्रेसिंग रूम स्पीच में कही थी। इस तरह के माहौल को अच्छा नहीं बताया गया था।
सिडनी टेस्ट से पहले गौतम गंभीर ने प्रेस कांफ्रेंस में बात करते हुए इस तरह की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "ये केवल रिपोर्ट है। यह सच नहीं है। मुझे नहीं लगता कि रिपोर्ट पर कोई जवाब देने की जरूरत है। जो कुछ कहा वह केवल ईमानदारी भरे कुछ शब्द थे, मैं आपको यही कह सकता हूं। ईमानदारी बहुत जरूरी है। अगर आप बड़ी चीजों को हासिल करना चाहते हैं तो ईमानदारी बहुत महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने आगे कहा, "पहले टीम आती है। क्योंकि यह टीम गेम है और हर कोई यह समझता है। एक खिलाड़ी और कोच के बीच में बातचीत को उनके बीच तक ही सीमित रहना चाहिए। ऐसे ही ड्रेसिंग रूम में कोई बातचीत होती है तो उसको ड्रेसिंग रूम में ही रहने देना चाहिए।"
बता दें कि बुधवार को द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार गंभीर ने कहा था कि कुछ खिलाड़ियों ने अपने स्वाभाविक खेल के नाम मनमाफिक शॉट्स खेले और हालातों पर कोई ध्यान नहीं दिया। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि गंभीर ने खिलाड़ियों से कहा कि मैंने आपको पिछले छह महीनों में आपके हिसाब से खेलने की पूरी छूट दी, लेकिन अब यह उनको तय करना होगा कि खेल के लंबे फॉर्मेट में कैसे खेलना है।
रिपोर्ट में यह तक दावा किया गया कि अगर कोई खिलाड़ी खेल से पहले गंभीर की रणनीति के अनुसार काम नहीं करना चाहता है तो उसको 'धन्यवाद' कह दिया जाएगा। इसके अलावा गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को फिर से टीम में शामिल करने की भी इच्छा जताई थी।