चिकित्सकों ने मुझे हार्ड कोर्ट पर नहीं खेलने की दी सलाह... नागल ने अखिल भारतीय टेनिस संघ को बताया
भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने कूल्हे की चोट का हवाला देते हुए फिनलैंड के खिलाफ होने वाले डेविस कप मुकाबले से नाम वापस ले लिया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने कूल्हे की चोट का हवाला देते हुए फिनलैंड के खिलाफ होने वाले डेविस कप मुकाबले से नाम वापस ले लिया है और 18-19 सितंबर को होने वाली प्रतियोगिता के लिए उनकी जगह साकेत मायनेनी को भारत की पांच सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है।
यूएस ओपन क्वॉलीफायर के पहले दौर में हारने वाले नागल ने शनिवार को अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को बताया कि चिकित्सकों ने उन्हें हार्ड कोर्ट पर नहीं खेलने की सलाह दी है। टीम के गैर-खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल और चयन समिति के अध्यक्ष नंदन बल ने उनकी जगह टीम में मायनेनी को शामिल करने पर नाम पर सहमति व्यक्त की। वह पिछली बार 2018 में सर्बिया के खिलाफ विश्व ग्रुप प्ले-ऑफ मुकाबले में भारत के लिए खेले थे।
एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई-भाषा से कहा, "सुमित नागल ने हमें लिखा है कि वह अमेरिकी ओपन क्वॉलीफायर के बाद कूल्हे की चोट के कारण डेविस कप मुकाबले में नहीं खेल सकते हैं। मायनेनी एकल और युगल दोनों खेल सकते हैं, इसलिए उन्हें टीम में शामिल किया गया है।"
मायनेनी को डेविस कप के लिए भारतीय टीम में आठ बार चुना गया है लेकिन वह अब तक छह मुकाबले ही खेले हैं। वह 2019 में कजाकिस्तान में पाकिस्तान को हराने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला था।
मायनेनी ने पीटीआई-भाषा से कहा, "मुझे अप्रैल के बाद से टूर्नामेंट खेलने को नहीं मिला। मुझे अमेरिका में भी खेलने के लिए वीजा नहीं मिला। लेकिन मैं लगातार अभ्यास कर रहा हूं और अभ्यास मैच खेल रहा हूं। टीम में वापस आना अच्छा है। मुझे बस अपने मौके के लिए तैयार रहना है। मैंने ऐसा अतीत में किया है। मैं टीम को अच्छी तैयारी करने में मदद करूंगा। कुल मिलाकर, मैं अपने खेल के बारे में अच्छा महसूस कर रहा हूं।"
मायनेनी की विश्व रैंकिंग 577 है और उन्हें अपने से दो बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ियों की जगह टीम में शामिल किया है। रैंकिंग में 321वें स्थान पर काबिज शशिकुमार मुकुंद ने डेविस कप के लिए टीम चुने जाते समय खुद को देश के लिए उपलब्ध नहीं बताया था। वह इस दौरान यूरोपीय सर्किट में खेलेंगे।
सिद्धार्थ रावत की रैकिंग 555 हैं लेकिन उनकी जगह आंध्र के लंबे कद के खिलाड़ी को तरजीह दी गयी क्योंकि वह दोनों प्रारूप में खेल सकते है। मायनेनी के पास शेंगेन वीजा (यूरोप के 26 देशों में मान्य) है और रावत के लिए कम समय में वीजा हासिल करना मुश्किल हो सकता था
भारतीय टीम इनडोर मुकाबले के लिए आठ सितंबर को फिनलैंड रवाना होगी। मायनेनी के अलावा भारतीय टीम में प्रजनेश गुणेश्वरन (156), रामकुमार रामनाथन (204), रोहन बोपन्ना (युगल में 46) और दिविज शरण (युगल में 83) शामिल हैं। इस मुकाबले के विजेता क्वालीफायर में जगह बनाएगा जबकि हारने वाली टीम 2022 सत्र में विश्व ग्रुप प्ले-ऑफ में खेलेगी।