इस अनजाने डर के साथ भारत से जा रहे हैं दुनिया भर के बल्लेबाज

आईपीएल का ये सीजन बीच में ही रोकना पड़ा

Update: 2021-05-07 17:46 GMT

आईपीएल का ये सीजन बीच में ही रोकना पड़ा. कोरोना ने क्रिकेट फैंस के मनोरंजन का एक और साधन फिलहाल छीन लिया. कुछ विदेशी खिलाड़ी अपने घर लौट चुके हैं. कुछ लौटने के इंतजार में हैं. लेकिन इस सीजन में जितने भी खिलाड़ी बतौर बल्लेबाज मैदान में उतरे उनके दिमाग में इस वक्त सिर्फ एक ही सवाल घूम रहा है- क्या भारत में आने वाले तेज गेंदबाजों की खेप मौजूदा तेज गेंदबाजों से भी ज्यादा खतरनाक है. क्या जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा जैसे गेंदबाजों के जो विकल्प तैयार हुए हैं वो और ज्यादा घातक हैं? आईपीएल के इससीजन में जो 29 मैच खेले गए उसमें कई तेज गेंदबाजों ने प्रभावित किया. विदेशी बल्लेबाज ज्यादा हैरान इसलिए हैं क्योंकि पारंपरिक तौर पर भारत में स्पिनर्स तो शानदार पैदा होते थे लेकिन पिछले कुछ साल में तेज गेंदबाजों की खतरनाक 'जनरेशन' सामने आई है. हाल के दिनों में विदेशी पिचों पर टेस्ट क्रिकेट में भारत की सफलता के पीछे भी तेज गेंदबाजों की ही ज्यादा मेहनत है. कुछ ऐसी ही मेहनत करने वाले और तेज गेंदबाज भी तैयार हैं. इसमें चेतन सकारिया, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर, प्रसिद्धा कृष्णा और संदीप वारियर जैसे नाम शामिल हैं. इसमें सिराज जैसे कुछ नाम तो ऐसे हैं जो पहले से ही भारत के लिए खेल भी चुके हैं.

मोहम्मद सिराज और दीपक चाहर की घातक गेंदबाजी
18 अप्रैल का मैच याद कीजिए. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स का मैच था. कोलकाता को जीत के लिए आखिरी दो ओवर में 44 रन चाहिए थे. यूं तो लक्ष्य मुश्किल था लेकिन क्रीज पर आंद्रे रसेल थे. 13 गेंद पर 30 रन ठोंक चुके थे. सिराज को 19वां ओवर फेंकना था. मैच का फैसला भी दरअसल इसी ओवर में होना था. आंद्रे रसेल बनाम मोहम्मद सिराज. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दोनों के अनुभव और कद में बड़ा फर्क है. लेकिन मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी की. उन्होंने आंद्रे रसेल को बल्ला घुमाने का मौका ही नहीं दिया. 19वें ओवर में आंद्रे रसेल सिर्फ 1 रन बना पाए. इतने 'प्रेशर गेम' में आंद्रे रसेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज के सामने ऐसी गेंदबाजी आसान काम नहीं है. इससे पहले 16 अप्रैल के मैच में कुछ ऐसा ही कारनामा दीपक चाहर ने किया था. उन्होंने अकेले ही पंजाब किंग्स की टीम का काम तमाम कर दिया. दीपक चाहर ने उस मैच में 4 ओवर में 13 रन देकर 4 विकेट लिए थे. उन्होंने मयंक अग्रवाल, क्रिस गेल, दीपक हुडा और निकोलस पूरन को आउट करके पंजाब की कमर ही तोड़ दी थी. इसके बाद 21 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में भी दीपक चाहर ने 4 विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई. इस बार उन्होंने नीतिश राना, शुभमन गिल, ऑएन मॉर्गन और सुनील नारायण का विकेट लिया.
इन गेंदबाजों के हमले से भी डरे हैं विदेशी बल्लेबाज
कुछ आंकड़ों की बात कर लेते हैं. इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप 10 गेंदबाजों की लिस्ट में 4 गेंदबाज भारतीय हैं. दिलचस्प बात ये है कि ये चारों गेंदबाज अपेक्षाकृत नए नाम हैं. हर्षल पटेल पहली पायदान पर हैं. उनके अलावा इस लिस्ट में दिल्ली कैपिटल्स के आवेश खान हैं. मुंबई के लिए राहुल चाहर और चेन्नई के लिए दीपक चाहर ने शानदार गेंदबाजी कर इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया है. हर्षल पटेल ने अवेश खान ने 14, राहुल चाहर ने 11 और दीपक चाहर ने 8 विकेट लिए हैं. इन नए गेंदबाजों की खासियत भी बताते चलते हैं आपको. आवेश खान 140 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. ओपेन चेस्ट एक्शन की वजह से उनकी गेंद स्वाभाविक तरीके से अंदर आती है. उनका बाउंसर बहुत ख़तरनाक है, क्योंकि गेंदबाजी का एंगल बल्लेबाज़ के शरीर की तरफ होता है. उनकी गेंदबाज़ी में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की कुछ कुछ झलक देखने को मिलती है. दीपक चाहर का हथियार उनकी आउटस्विंग है. रफ्तार भले ही बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन गेंद को आगे पिच कराने से डरते नहीं है लिहाजा स्विंग बेहतरीन कराते हैं. चेतन सकारिया का जिक्र करना भी जरूरी है. बाएं हाथ से 135 से ज्यादा की रफ्तार से वो गेंद को 'एंगल' अच्छी तरह करते हैं. ओवर द विकेट से गेंद अंदर लाते हैं, अच्छी स्लोवर फेंकते हैं. अब दुनिया भर के बल्लेबाजों का डर ही यही है कि अभी तो बुमराह और शमी का तोड़ ही नहीं मिला था ये अगली जेनेरेशन की काट कहां से लाएं.


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