Tokyo Olympics में बजरंग पूनिया ब्रॉन्ज मेडल की रेस में, पूनिया पर रहेंगी सबकी नज़रें
टोक्यो ओलंपिक के 15वें दिन भारत के लिए बजरंग पूनिया मेडल की उम्मीद बने हुए हैं. गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हो चुके बजरंग के पास अभी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टोक्यो ओलंपिक के 15वें दिन भारत के लिए बजरंग पूनिया मेडल की उम्मीद बने हुए हैं. गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हो चुके बजरंग के पास अभी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका है. बजरंग पूनिया को शुक्रवार को फ्री स्टाइल कुश्ती के 65 किलोग्राम इवेंट के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था.
भारत के बजरंग पूनिया कुश्ती के 65 किलोग्राम इवेंट में मेडल के सबसे बड़े दावेदार थे. लेकिन शुक्रवार को अजरबैजान के हाजी अलीव ने बजरंग पूनिया को 12-5 से हरा दिया और उनकी गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीदों को खत्म कर दिया.
चूंकि हाजी अलीव फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुए हैं इसलिए बजरंग पूनिया को ब्रॉन्ज मेडल के लिए लड़ने का मौका मिल रहा है. शनिवार को बजरंग पूनिया एक बार फिर से मैट पर उतरेंगे. ब्रॉन्ज मेडल के लिए बजरंग पूनिया को रूस के रेसलर गदझिमुराद राशिदोव की चुनौती का सामना करना होगा.
अच्छा रहा था आगाज
बजरंग पूनिया ने शुक्रवार को हालांकि अपने अभियान का आगाज शानदार तरीके से किया था. बजरंग पूनिया ने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में किर्गिस्तान के इरनाजार अकमातालेव को मात दी थी. इस मुकाबले का स्कोर 3-3 रहा था. लेकिन बजरंग पूनिया ने मैच में बड़ा प्वाइंट स्कोर किया था इसलिए मैच में उन्हें विजेता घोषित किया गया.
इसके बाद क्वार्टर फाइनल में बजरंग पूनिया की टक्कर ईरान के मुतर्जा घियासी चेका से हुई थी. क्वार्टर फाइनल में बजरंग पूनिया ने अपने डिफेंस का बेहतरीन प्रदर्शन किया था. बजरंग पूनिया क्वार्टर फाइनल मुकाबला 2-2 के अंतर से जीतने में कामयाब रहे थे.
सेमीफाइनल में हार के बाद बजरंग गोल्ड मेडल की रेस से बाहर जरूर हो गए हैं, लेकिन उन्होंने मैच के बाद इस बात के संकेत दिए हैं कि वह भारत के लिए एक मेडल हर हाल में जीतकर लाएंगे.