आनंद महिंद्रा ने नटराजन को गिफ्ट में दी चमचमाती गाड़ी, गेंदबाज ने बदले में दिया यह खास तोहफा
टी नटराजन ने ट्विटर पर लिखा, ‘भारत के लिए क्रिकेट खेलना मेरी जिंदगी के सबसे बड़े सौभाग्य में से एक है
टी नटराजन (T Natarajan). बाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज. आईपीएल 2020 में शानदार प्रदर्शन के बाद वे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया में चुने गए थे. वहां उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया और बढ़िया गेंदबाजी की थी. नटराजन ब्रिस्बेन टेस्ट में जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी थे. तब उनके प्रदर्शन से खुश होकर महिंद्रा एंड महिंद्रा मोटर्स के मुखिया आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने उन्हें थार गाड़ी देने का ऐलान किया था. अब नटराजन को यह गाड़ी मिल गई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें भी पोस्ट की. साथ ही आनंद महिंद्रा को धन्यवाद देते हुए एक रिटर्न गिफ्ट भी दिया है. उन्होंने ब्रिस्बेन टेस्ट की अपनी जर्सी आनंद महिंद्रा को दी है.
टी नटराजन ने ट्विटर पर लिखा, 'भारत के लिए क्रिकेट खेलना मेरी जिंदगी के सबसे बड़े सौभाग्य में से एक है. मैं असाधारण रास्ते पर आगे बढ़ा. इस रास्ते में काफी प्यार और स्नेह मिला इससे मैं चकित हूं. शानदार लोगों से मिले समर्थन और उत्साह ने मुझे असंभव से पार पाने के रास्ते खोजने में मदद मिली. आज जब मैं खूबसूरत महिंद्रा थार को घर ले जा रहा हूं तब मैं आनंद महिंद्रा के प्रति अपार आभार महसूस कर रहा हूं. उन्होंने मेरी यात्रा को पहचाना और सराहा. सर मुझे भरोसा है कि आपको गाब्बा टेस्ट में मेरी पहनी और साइन की हुई जर्सी मिलेगी.'
नटराजन तमिलनाडु के सलेम जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं. वे काफी साधारण परिवार से आते हैं. कई संघर्षों का सामना करते हुए उन्होंने क्रिकेट में अपना करियर बनाया. इसी में आगे बढ़ते हुए वे तमिलनाडु के लिए खेले. फिर आईपीएल के जरिए मशहूर हुए. यॉर्कर किंग के नाम से मशहूर नटराजन को सबसे पहले पंजाब किंग्स ने खरीदा था और उन पर मोटा पैसा खर्च किया था. लेकिन चोट के चलते वे ज्यादा खेल नहीं सके और टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया.
आईपीएल 2020 में सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें खेलने का मौका दिया. यहां आखिरी ओवरों में इस खिलाड़ी ने अपनी यॉर्कर से विरोधी गेंदबाजों का जीना मुहाल कर दिया. आईपीएल 2020 में उन्होंने 16 मैच में 16 विकेट लिए. इसी खेल के दम पर उन्हें नेट बॉलर के रूप में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया में चुना गया. लेकिन वरुण चक्रवर्ती की चोट ने उन्हें मुख्य टीम में एंट्री दिलवाई. इसके बाद जो हुआ वह इतिहास बन गया.