सिंगापुर को कोरोना के नियमों से मिली आजादी, इन देशों में भी मास्क पहनना जरूरी नहीं
सिंगापुर ने भी अब कोरोना नियमों से छूट दे दी है। बड़ी संख्या में वैक्सीन की डोज दिए जाने के बाद सिंगापुर प्रशासन ने फैसला किया है कि अब लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सिंगापुर ने भी अब कोरोना नियमों से छूट दे दी है। बड़ी संख्या में वैक्सीन की डोज दिए जाने के बाद सिंगापुर प्रशासन ने फैसला किया है कि अब लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावा अगर किसी ने वैक्सीन की पूरी डोज ली है तो उसके लिए मास्क लगाना भी जरूरी नहीं होगा।
कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने कहा कि अब एक जगह पांच की जगह 10 लोग इकट्ठा हो सकेंगे और 75 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम से ऑफिस लौटेंगे। यात्रियों के लिए टेस्टिंग और क्वारंटाइन नियमों में भी छूट दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना से संबंधिक कई प्रतिबंध 29 मार्च से हटाए जाएंगे। बहुत सारी बातों को ध्यान में रखते हुए अब यह स्पष्ट हो गया है कि हम कोविड 19 के साथ जीने के लिए तैयार हो गए हैं।
मलयेशिया, वियतनाम, थाइलैंड के साथ मिलकर सिंगापुर पर्यटन के देगा रफ्तार
पर्यटन को रफ्तार देने के लिए सिंगापुर ने मलयेशिया, थाइलैंड और वियतनाम के साथ मिलकर वैक्सिनेटेड ट्रैवल को बढ़ाने का फैसला किया है। जरूरी क्वारंटीन और कोविड टेस्टिंग के नियम में भी छूट दी गई है। सिंगापुर प्रशासन ने कहा कि बाहर मास्क पहनना जरूरी नहीं होगा। हालांकि इंडोर में संक्रमण के चांस ज्यादा रहते हैं ऐसे में मास्क पहनना जरूरी रहेगा।
इन देशों में भी मास्क पहनना जरूरी नहीं
बता दें कि कई देशों ने पहले ही मास्क पहनने को लेकर छूट दे दी है। इजरायल ने खुद को सबसे पहले कोविड मुक्त घोषित किया था और कहा था कि 70 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगने के बाद मास्क पहनना जरूरी नहीं है। इसके अलावा भूटाने जैसे छोटे देश ने भी मास्क से छूट दे दी थी।
न्यूजीलैंड की भी कोरोना से निपटने के लिए विश्व स्तर पर प्रशंसा की गई। यहां की सरकार ने मास्क पहनने के अनिवार्य नियम को वापस ले लिया था। अमेरिका ने भी कहा था कि जहां पर 90 फीसदी आबादी का वैक्सिनेशन हो गया है वहां लोगों को मास्क लगाना जरूरी नहीं है। अब भारत ने भी 31 मार्च से डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट हटाने का फैसला किया है। हालांकि यहां अभी मास्क पहनना और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना जरूरी होगा।