गंजेपन से मिलेगी आजादी? आ गई नई दवा
बाल झड़ने की समस्या बेहद आम है और हजारों लोग आए दिन इससे जूझते हैं
वाशिंगटन : बाल झड़ने की समस्या बेहद आम है और हजारों लोग आए दिन इससे जूझते हैं। लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि एक नई दवा से बालों का झड़ना रुक सकता है। अमेरिकी दवा कंपनी कॉन्सर्ट फार्मास्यूटिकल ने एक नई दवा विकसित की है जिसे दिन में दो बार लेना होगा। कंपनी का दावा है कि इसके शुरुआती नतीजे बेहद सफल पाए गए हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि एलोपेसिया एरीटा से पीड़ित 10 में से चार मरीज छह महीने के भीतर लगभग पूरे सिर पर बाल उगाने में सक्षम थे।
हालांकि दवा विकसित करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका इस्तेमाल दुनियाभर में वे लाखों पुरुष नहीं कर सकते जो उम्र बढ़ने के चलते बाल खो रहे हैं। बाल झड़ने की समस्या को सामान्य शब्दों में एलोपेसिया कहा जाता है जिसमें पुरुषों का गंजापन शामिल है। लेकिन यह दवा एक खास तरह के गंजेपन को टारगेट करती है जिसे एलोपेसिया एरीटा कहा जाता है। यह तब होता है जब शरीर अपने ही बालों की जड़ों पर अटैक करने लगता है।
अमेरिका में 68 लाख मरीज
ब्रिटेन में एलोपेसिया एरीटा से पीड़ितों की संख्या 100,000 है जबकि अमेरिका में ये 6800000 है। इसके कुछ मामलों में सिर्फ कुछ हफ्तों में ही सिर के सारे बाल झड़ जाते हैं। कंपनी के अनुसार तीसरे चरण के ट्रायल में अमेरिका के 706 व्यस्क मरीज शामिल थे जिनकी उम्र 18 से 65 साल थी। ये सभी मध्यम से लेकर गंभीर एलोपेसिया एरीटा के मरीज थे। इन सभी को तीन ग्रुप्स में बांटा गया था।
दिन में दो बार 8 और 12 एमजी की दवा फायदेमंद
शोधकर्ताओं के अनुसार दिन में दो बार 8 एमजी और 12 एमजी की डोज लेने वाले लोगों पर दवा का सकारात्मक असर देखा गया। येल यूनिवर्सिटी स्कूल के डर्मेटोलॉजी विभाग के एमडी ब्रेट किंग ने कहा, 'सीटीपी-543 के साथ तीसरे चरण के पहले परीक्षण के ऐसे सकारात्मक परिणाम देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आज का दिन एलोपेसिया एरीटा के नए इलाज को आगे बढ़ाने में एक अहम मील का पत्थर है।'