चांद बनेगा इंसानों का दूसरा घर? पढ़ें NASA की ये खबर
क्या आपने कभी सोचा है कि चंद्रमा (Moon) पर रहना कैसा होगा?
क्या आपने कभी सोचा है कि चंद्रमा (Moon) पर रहना कैसा होगा? और क्या होगा अगर वह चंद्रमा पृथ्वी (Earth) का नहीं बल्कि किसी अन्य ग्रह का हो? दरअसल, ये चंद्रमा मंगल ग्रह (Planet Mars) का है, जिसका नाम फोबोस (Phobos) है और NASA इसे इंसान का अगला आशियाना बनाने में जुटा हुआ है.
NASA अपने ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रिसर्च एनालॉग (HERA) सिमुलेशन में भाग लेने वाले वॉलंटियर्स को फोबोस चंद्रमा का अनुभव प्रदान करने के लिए पूरी तरह तैयार है. दरअसल, NASA ने HERA के तहत एक ग्राउंड बेस्ड हेबिटेट डिजाइन किया है, जिसमें चार वॉलंटियर्स को एक अक्टूबर से 45 दिनों के पीरियड के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा. ये मंगल ग्रह के चंद्रमा के वातावरण जैसा होने वाला है.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने कहा कि इस हेबिटेट में रहने वाले क्रू मेंबर्स को यहां पर मंगल के चंद्रमा से मिलते-जुलते वातावरण में रखा जाएगा. यहां पर बाहरी दुनिया के साथ कम्युनिकेशन में होने वाली देरी का अनुभव किया जाएगा. ये देरी पांच मिनट तक होगी. इस देरी की वजह से क्रू मेंबर्स और उनकी यात्रा का कोऑर्डिनेशन करने वाले लोग भविष्य के लिए अभ्यास कर सकेंगे.
क्रू मेंबर्स के टास्क में स्पेसवॉक, साइंटिफिक रिसर्च, वर्चुअल रियेलिटी, रोबोटिक कंट्रोल और कम्युनिकेशन एक्सचेंज शामिल होंगे. ये रिजल्ट सिस्टम को मान्य करने और समाधान विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण वैज्ञानिक डेटा प्रदान करेंगे.
ये कैंपेन 6 (Campaign 6) की शुरुआत है. ऐसे कई अन्य मिशन 12 सितंबर 2022 तक के लिए निर्धारित हैं. NASA के अडवांस्ड फूड टेक्नोलॉजी रिसर्च के प्रमुख ग्रेस डगलस (Grace Douglas) ने पृथ्वी पर रिसर्च हमें एस्ट्रोनोट्स के जाने से पहले उनके द्वारा सामना की जाने वाली शारीरिक और मानसिक चुनौतियों को समझने और उनका मुकाबला करने में मदद करेगा.
NASA ने कहा कि रिसर्च लंबी अवधि के मिशनों के व्यवहार और टीम के प्रदर्शन का गहराई से पता लगाएगा. कैंपेन 6 के तहत चार मिशनों की योजना है. नकली मंगल ग्रह के चंद्रमा में रहने वाले चार क्रू मेंबर्स लॉरेन कॉर्नेल, मोनिक गार्सिया, क्रिस्टोफर रॉबर्ट्स और मैडली विलिस शामिल हैं.