परमाणु विस्फोटों से चंद्रमा हिलेगा? सरकारी रिपोर्ट में हुआ चौकाने वाला खुलासा

Update: 2022-04-24 12:32 GMT

अमेरिकी सरकार के फिलहाल निष्क्रिय हो चुके एडवांस एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम (AATIP) के बारे में बेहद अनोखी जानकारी का पता चला है. इस प्रोग्राम के तहत बेहद अजीबोगरीब एक्सपेरिमेंट्स किए जाने का पता चला है. इनविज़िबिलिटी क्लोक्स (invisibility cloaks), एंटीग्रेविटी डिवाइस (antigravity devices), ट्रैवर्सेबल वर्महोल्स (traversable wormholes) और न्यूक्लियर विस्फोट (nuclear explosives) की मदद से चंद्रमा के बीच में सुरंग बनाने के प्रस्ताव पर रिसर्च करने के लिए, अमेरिका ने काफी पैसा भी खर्च किया है. Vice.com को कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनसे ये साबित होता है.

इन दस्तावेज़ों में करीब 1,600 पेजों की रिपोर्ट, प्रपोज़ल, कॉन्ट्रैक्ट और मीटिंग नोट्स शामिल हैं. इन दस्तावेजों से डिफेंस प्रोग्राम के गुप्त विभाग AATIP की प्राथमिकताओं का खुलासा होता है, जो 2007 से 2012 तक सक्रिय था. लोगों को इसके बारे में 2017 में पता लगा था, जब प्रोग्राम के पूर्व निदेशक ने पेंटागन (Pentagon) से इस्तीफा दिया था. 
उस साल, AATIP यूएफओ के लिए जाना जाता था. उस दौर में UFO के वीडियो सामने आए थे जो बहुत लोकप्रिय हुए थे. ये वीडियो पूर्व निदेशक लुइस एलिसोंडो (Luis Elizondo) ने अपने इस्तीफे के बाद प्रेस में लीक किए थे. लेकिन इन नए दस्तावेजों से पता चलता है कि AATIP सिर्फ यूएफओ तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि इससे ज़्यादा सोच रही थी. वाइस ने चार साल पहले, फ्रीडम ऑफ इनफॉर्मेशन एक्ट- Freedom of Information Act (FOIA) के तहत अनुरोध किया था, जिसके लिए उन्हें 51 दस्तावेज मिले, जिन्हें यहां पढ़ा जा सकता है. 
इन दस्तावेजों में सबसे दिलचस्प Defense Intelligence Reference Documents (DIRDs) हैं, जिनसे कई किस्म की 'एडवांस टेक्नोलॉजी' का पता चलता है. जैसे traversable wormholes, stargates, निगेटिव एनर्जी (negative energy), high-frequency gravitational wave communications, warp drive, डार्क एनर्जी (dark energy) और manipulation of extra dimensions. इसके अलावा, ऐसे कई विषयों पर आधारित रिपोर्ट भी हैं जिन्हें साइंस फिक्शन (science fiction) के शौकीन लोग जानते होंगे. 
कई रिपोर्ट एडवांस टेक्नोलॉजी को लागू करने की अव्यवहारिकताओं पर जोर देती हैं. जबकि कई रिपोर्ट में एडवांस टेक्नोलॉजी को लागू करने के अनोखे प्रपोज़ल भी देखने मिलते हैं. जैसे- 'negative mass propulsion' की एक रिपोर्ट में, चंद्रमा के केंद्र में बेहद हल्की धातुओं की तलाश करने की योजना बनाई हुई है. यह धातु स्टील की तुलना में 100,000 गुना हल्की हो सकती हैं, लेकिन फिर भी स्टील जितनी ही मजबूत होती हैं. चंद्रमा के केंद्र तक पहुंचने के लिए, थर्मोन्यूक्लियर विस्फोटकों (thermonuclear explosives) का इस्तेमाल करके, चंद्रमा के क्रस्ट और मेंटल तक एक सुरंग बनाने का प्रस्ताव भी दिया गया है. 
बेशक, अमेरिका ने चंद्रमा पर कोई परमाणु हमला नहीं किया है और फिलहाल ऐसा कोई इरादा भी नजर नहीं आता. लेकिन नासा (NASA) के आने वाले आर्टेमिस मिशन (Artemis missions) ने अपोलो युग के बाद पहली बार, मनुष्यों को चंद्रमा पर वापस लाने की योजना बनाई है. और परमाणु विस्फोटों से चंद्रमा को हिलाकर रख देना तो इस मिशन के खिलाफ ही साबित होगा.
यह स्पष्ट नहीं है कि इन दस्तावेजों से कभी किसी एडवांस टेक्नोलॉजी के लिए कोई लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट किया गया हो. वाइस के मुताबिक, AATIP को ज्यादातर रिसर्च कॉन्ट्रैक्ट एक निजी कंपनी से मिलते थे. ये कंपनी है Bigelow Aerospace Advanced Space Studies (BAASS), जिसे रॉबर्ट बिगेलो (Robert Bigelow) चलाते हैं. रॉबर्ट बिगेलो, सेन. हैरी रीड के मित्र हैं, जिन्होंने एएटीआईपी को बनाया था. 

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