WHO ने जारी की नई गाइडलाइन, हेल्‍दी रहने के लिए रोजाना 5 ग्राम नमक काफी

नमक (Salt) हमारे भोजन का एक अभिन्‍न हिस्‍सा है

Update: 2021-05-11 04:03 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नमक (Salt) हमारे भोजन का एक अभिन्‍न हिस्‍सा है लेकिन अगर हम इसे अधिक मात्रा में भोजन में शामिल करने लगें तो यह हमारी सेहत (Health) के लिए हानिकारक भी हो सकता है. इसी को देखते हुए विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने नया गाइडलाइन जारी किया है. इसमें इस बात की वकालत की गई है कि लोग दिनभर में केवल 5 ग्राम नमक का ही सेवन करें. संगठन का कहना है कि आमतौर पर दुनिया में लोग अपने रोज के भोजन में इससे दोगुना नमक का प्रयोग कर रहे हैं जो कई मिलियन लोगों की मौत का कारण बना हुआ है. WHO के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया में ज्यादातर लोग औसतन 9 से 12 ग्राम नमक रोजाना सेवन कर रहे हैं लेकिन अगर नमक की खपत को अनुशांसित स्तरों तक घटा दिया जाए तो वैश्विक स्तर पर 2.5 मिलियन मौतों को रोका जा सकता है.

सोडियम और पोटैशियम का बैलेंस जरूरी
विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने दुनियाभर में सोडियम लेवल को लेकर एक ग्‍लोबल सोडियम बेंचमार्क फॉर सोडियम लेवल इन फूड बनाया है जिसके तहत लोगों के जीवन को बचाने के लिए 60 से ज्यादा फूड कैटेगरी में सोडियम को लेकर नए मानदंड तैयार किए हैं. माना यह जा रहा है कि ये बेंचमार्क 2025 तक दुनियाभर में नमक की खपत को 30 प्रतिशत तक कम करेगा. नमक और सोडियम को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों का मानना है कि हमारे शरीर में सोडियम और पोटैशियम का संतुलन बहुत जरूरी है. अगर शरीर में कम पोटैशियम के साथ ज्यादा सोडियम का सेवन किया गया तो यह किसी भी इंसान के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है. यही नहीं, अगर भोजन में नमक की ज्यादा मात्रा हुई तो इससे ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. यही नहीं, इससे हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं.
किन प्रोडक्‍ट्स के सेवन से शरीर में तेजी से बढ़ती है नमक की मात्रा
हम सभी जानते हैं कि एक हेल्‍दी प्लाज्मा बनाने और तंत्रिका को हेल्‍दी रखने के लिए नमक का सेवन जरूरी है. लेकिन कुछ प्रोसेस्‍ड चीजें हैं जिनके सेवन से शरीर में नमक की मात्रा तेजी से बढ़ सकती है. इनमें प्रोसेस्ड फूड, पैकेज्ड फूड, डेयरी और मांस जैसी फूड कैटेगरीज के अलावा मसाला, नमकीन में भी नमक की मात्रा बहुत होती है.
नमक के फायदे और नुकसान
नमक हमारे शरीर को ऐक्टिव रखने में बहुत जरूरी है. यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और थायराइड को ठीक से काम करने में भी मदद करता है. यह लो बीपी को नॉर्मल करता है और सिस्टिक फाइब्रोसिस के लक्षणों में भी यह सुधार करता है.इसके नुकसान की बात करें तो इसके अधिक सेवन से हार्ट की बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है और स्ट्रोक, हाई बीपी और किडनी रोग की संभावना भी कई गुना बढ़ सकता है.


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