कौन हैं राजा चारी? जिनके नेतृत्व में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लौटे NASA के चार अंतरिक्ष यात्री
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का एक यान चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर धरती पर सुरक्षित उतर गया है। अंतरिक्ष यात्रियों के इस दल का नेतृत्व भारतीय मूल के राजा चारी कर रहे थे। इस दल में अमेरिका के तीन और जर्मनी का एक अंतरिक्ष यात्री शामिल था। ये अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से विदा होने के 24 घंटे से भी कम समय में कैप्सूल के जरिए टंपा के पास फ्लोरिडा के तट के नजदीक उतरे। जिसके बाद नासा इन अंतरिक्ष यात्रियों को ह्यूस्टन लेकर चली गई।
राजा चारी बोले- यह शानदार यात्रा थी
धरती पर सुरक्षित लैंडिंग के बाद राजा चारी ने कहा कि यह एक शानदार यात्रा थी। अस यात्रा में नासा के राजा चारी, टॉम मार्सबर्न और कायला बैरन तथा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से मैटिआस मौरेर वापस आए हैं। ये अंतरिक्ष यात्री गुरुवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती के लिए रवाना हुए थे, जिसके बाद अब वहां सात अंतरिक्ष यात्री बाकी बचे हैं।
कौन हैं राजा चारी
राजा चारी भारतीय मूल के अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं। उन्हें नासा की ओर से ऑर्टमिस प्रोग्राम के लिए दुनियाभर के 18 अंतरिक्षयात्रियों में चुना गया है। राजा चारी का पूरा नाम राजा जॉन वुर्पुतूर चारी है। नासा ने साल 2017 में राजा चारी को ऐस्ट्रनॉट कैंडिडेट क्लास के लिए चुना था। इससे पहले वे अमेरिकी वायु सेना में 461वें फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन के कमांडर थे। वे अमेरिका के F-35 इंटीग्रेटेड टेस्ट फोर्स के डायरेक्टर भी थे।
अमेरिका के विस्कॉन्सिन में हुआ था जन्म
राजा चारी का जन्म अमेरिका के विस्कॉन्सिन के मिलवौकी शहर में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आयोवा के सीडर फाल्स शहर से की थी। इसके बाद वे वाटरलू शहर में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहने लगे। उन्होंने साल 1999 में यूएस एयरफोर्स अकेडमी से ग्रैजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने एमआईटी से एस्ट्रोनॉटिक्स और एयरोनॉटिक्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी।
अमेरिकी एयरफोर्स के लिए उड़ाए लड़ाकू विमान
राजा चारी ने अमेरिकी नौसेना टेस्ट पायलट स्कूल से कोर्स भी पूरा किया। जिसके बाद अमेरिकी वायु सेना ने राजा चारी को पायलट की ट्रेनिंग भी दी थी। उन्होंने एफ-35, एफ-15, एफ-16 और एफ-18 जैसे लड़ाकू विमानों को उड़ाया है। राजा चारी ने इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी वायु सेना के लिए एफ-15ई लड़ाकू विमानों को भी उड़ाया था।