दुनिया के इतिहास में नहीं हुई इस तरह की खोज, एक ही गड्ढे में मिली 8000 मेढकों की हड्डियां
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जीवाश्म विज्ञान में अक्सर वैज्ञानिकों को जीव की आकृति या आकार प्रकार चौंका देता है. लेकिन यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों को जीव ने नहीं बल्कि उनकी मिली हड्डियों की संख्याओं ने चौंकाया है. यूके (United Kingdom) के पुरातत्वविद नई खोज से तब हैरान और चकित रह गए जब उन्होंने एक लौहयुग (Iron Age) के पुरातत्व स्थल में एक गड्ढे में एक साथ पुरातन मेढकों (Forgs) की 8000 से ज्यादा हड्डियों के संरक्षित अवशेषों को हासिल किया.
ये हड्डियां (Bones of Frog) यूके के कैम्ब्रिज के पास की एक जगह के गड्ढे में मिली हैं और आंकलन करने पर यह पाया गया है कि ये हड्डियां करीब 350 मेढकों की हैं. इस खोज को हेडलैंड इंफ्रास्ट्रक्चर के म्यूजियम ऑफ लंदन आर्कियोलॉजी (MOLA) के पुरातत्वविदों ने खोजा है जो नेशनल हाइवे इंप्रूवमेंट स्कीम के तहत इलाके में खुदाई कर रहे थे. उनका कहना है कि ये अवशेष उस इलाके में मिले हैं जहां मध्य और उत्तर लौह युग (Iron Age) (400 ईसापूर्व से लेकर 43 ईस्वी) में बसाहट हुआ करती थी.
लेकिन पुरातत्वविद (Archaeologists) इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि आखिर इतनी भारी संख्या में ये हड्डियां (Bones of Frog) एक साथ एक ही जगह पर कैसे आ गईं. इसलिए वे इस खोज से बहुत चकित हैं. यह खोज अनोखी इसलिए भी है क्योंकि पुरात्वविदों ने इस तरह की कोई भी उभयचरों की हड्डियां इस इलाके और इसके आसपास की नदियों के पास भी नहीं देखी हैं. लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि यह खोज उतनी अजीब नहीं है जितनी की इसमें पाई गई मात्रा.
म्यूजियम ऑफ लंदन आर्कियोलॉजी (MOLA) के वरिष्ठ आर्कियोजूलॉजिस्ट डॉ विकी इवेंस, जो पुरातन जानवरों की हड्डियों (Animal Bones) के विशेषज्ञ हैं, ने ऑबजर्वर को बताया, "मेरे अनुभव में, खास तौर से लंदन के स्थलों में काम करते हुए हमें कभी इतने सारे मेंढक (Frogs) तक नहीं मिले हैं. एक ही गड्ढे से इतनी सारी हड्डियां (Bones of Frog) मिलना बहुत ही असामान्य बात है."
ये हड्डियां (Bones of Frog) तालाब में मिलने वाली प्रजाति के सामान्य मेढक ही हैं. इससे यह खोज रोचक हो गई है क्योंकि पुरातत्वविदों (Archaeologists)ने अभी तक पुरातन समय में एक साथ इतने मेढ़कों की होने के संभावित प्रमाण भी कभी नहीं खोजे हैं. वहीं पुरातत्वविदों ने इस संभावना को भी खारिज कर दिया है कि किसी समय लोगों ने भी इतनी तादाद में एक साथ इतने मेंढक खाए होंगे.
पुरातत्वविदों को संदेह है कि मेंढकों (Forgs) की इतनी ज्यादा हड्डियां विस्थापन (Migration) का मामला हो सकता है जहां वे ऐसे गड्ढे में गिर गए होंगे जहां से वे बाहर नहीं आ सके होंगे. इन हड्डियों के विश्लेषण में यह भी पाया गया कि उनमें किसी तकरह का कटने या जलने के निशान भी नहीं थे. वैज्ञानिकों को लगता है कि ये मेंढक बड़ी संख्या में कहीं जा रहे होंगे और यह किसी प्रागैतिहासिक मेंढक दुर्घटना (Prehistoric Frog Tragedy) का संकेत लगता है. यह विस्थापन किसी चरम सर्दी के कारण हुआ होगा जिसके कारण ये ऊभयचर बाहर निकलकर अपने नए घर की तलाश में निकले होंगे.न
पुरातत्वविदों (Archaeologists) ने यह भी संदेह जताया कि किसी बीमारी की वजह से भी इतनी भारी संख्या में मेढकों (Frogs) की एक साथ मौत हो सकती है. उन्होंने बताया कि साल 1980 में ही यूके में मेढकों की रैनावायरस से मौतें (Deaths of Frogs) हुई थीं. हैरत की एक और बात यह भी है कि इन हड्डियों के अलावा शोधकर्ताओं को साल 2016 से 2018 के बीच 234 हेक्टेयर इलाके में पुरातन कलाकृतियां और मानव अवशेष भी मिले हैं.