दुनिया का सबसे विशाल आइसबर्ग बढ़ा ब्रिटिश टापू की ओर, तट से टकराएगा या बचेगी तबाही?
आइसबर्ग का नाम आते ही सबसे पहले ख्याल आता होगा 'टाइटैनिक का जो अपने पहले ही सफर में बर्फीले समंदर में समा गया था लेकिन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आइसबर्ग का नाम आते ही शायद सबसे पहले ख्याल आता होगा 'टाइटैनिक' जहाज का जो अपने पहले ही सफर में बर्फीले समंदर में समा गया था लेकिन वह दुनिया के सबसे बड़े आइसबर्ग (Iceberg) के सामने कुछ नहीं था। एक ट्रिलियन टन के आइसबर्ग की पहली तस्वीरें सामने आ चुकी हैं जो ब्रिटिश टापू के तट की ओर बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इस बर्फीले पहाड़ की वजह से हजारों सील मछलियों, पेंग्विन और दूसरे वन्यजीवों पर खतरा मंडराने लगा है। जीवविज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि अगर A68a नाम का यह आइसबर्ग टापू से भिड़ गया तो पर्यावरण को भयानक नुकसान हो सकता है और लाखों जानवरों के घरों पर अस्तित्व पैदा हो जाएगा। एक आकलन के मुताबिक इस आइसबर्ग का वजन एक ट्रिलियन टन है और यह सिर्फ 200 मीटर गहरा है। इसकी वजह से इसका जमीन से टकराने का खतरा दूसरे विशाल आइसबर्ग की तुलना में कहीं ज्यादा है।
तट से टकराएगा या मचेगी तबाही?
यह आइसबर्ग तीन साल पहले अंटार्कटिक आइस शेल्फ से कटकर अलग हो गया था और 10 हजार से ज्यादा मील का सफर तय करने के बाद दक्षिण अटलांटिक में दक्षिण जॉर्जिया से 125 मील दूर पहुंचा है। RAF की तस्वीरों में यह विशालकाय आइसबर्ग दिखा है जिसका आकार मुट्ठी की तरह है। ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे के डॉ. ऐंड्रू फ्लेमिंग के मुताबिक अगले दो से तीन हफ्ते में इसे लेकर स्थिति साफ होगी कि क्या यह तट से टकराएगा या गुजर जाएगा। उन्होंने कहा है कि अभी यह दक्षिण जॉर्जिया के ही आकार का है। वैज्ञानिकों का मानना था कि फरवरी में महासागर में बहने के बाद A68a हजारों छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट गया लेकिन हैरान करने वाली बात रही कि वह अभी भी एक विशाल आकार में है।