रहस्य सुलझाने में वैज्ञानिकों के छूटे पसीने, समुद्र में मिले गड्ढे का आसमान से कनेक्शन
Asteroid Collided with Earth: हेरियट-वाट यूनिवर्सिटी के भूविज्ञानी डॉ. उस्डेन निकोलसन को अटलांटिक के समुद्र तल से भूकंपीय प्रतिबिंब (seismic reflection) की जांच करने के दौरान समुद्र तल से 400 मीटर नीचे करीब 8.5 किलोमीटर का गड्ढा दिखा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस गड्ढे का निर्माण किसी विशाल एस्टरॉयड (asteroid) के टकराने से हुआ होगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक धरती से टकराने वाला यह एस्टरॉयड लगभग 400 मीटर चौड़ा रहा होगा, जिसने इतने इस गड्ढे का निर्माण कर दिया. इस खोज की दिलचस्प बात ये है कि धरती से टकराने वाले इस एस्टरॉयड की उम्र तबकी है जब धरती से डायनासोर का खात्मा हुआ था.
क्या कहता है 'जर्नल साइंस एडवांस' का निष्कर्ष
'जर्नल साइंस एडवांस' में प्रकाशित एक रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर वो समुद्र तल से सैंपल लेने कामयाब हो पाते है तो वह अपने थ्योरी को और पुख्ता करने में सफल हो पाएंगे. वैज्ञानिकों ने माना है कि यह एस्टरॉयड धरती से करीब 6.6 करोड़ साल पहले टकराया होगा. आपको बता दें कि ये वही समय है जब एस्टरॉयड्स के टकराने से धरती से डायनासोरों का अंत हो गया था. लेकिन अभी वैज्ञानिक अपने दावे को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं.
एस्टरॉयड का कैसा था धरती पर इम्पेक्ट
वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर सिमुलेशन तकनीकी का प्रयोग करके इस बात का पता लगया है कि जनवरी में टोंगा के समंदर में ज्वालामुखी फटने से उत्पन्न हुई ऊर्जा से एक हजार गुना ज्यादा ऊर्जा इस एस्टरॉयड के धरती पर टकराने से पैदा हुई होगी. पर ये केवल शुरुआत के निष्कर्ष हैं. इसलिए इन दावों को और पुख्ता करने के लिए वैज्ञानिकों और डेटा की जरूरत है.