वैज्ञानिक टीम ने किया बड़ा खुलासा, घोड़ों में इंसान और बंदरों जैसी समझदारी

वैज्ञानिक अबतक ये मानते आए हैं कि धरती पर इंसान और बंदरों की प्रजाति ही दिमागी तौर पर खुद को पहचानने में सक्षम माने जाते हैं

Update: 2021-03-28 14:36 GMT

रोम: वैज्ञानिक अबतक ये मानते आए हैं कि धरती पर इंसान और बंदरों की प्रजाति ही दिमागी तौर पर खुद को पहचानने में सक्षम माने जाते हैं. उनमें बाकी जीवों से ज्यादा समझदारी होती है. कुछ विशेष डॉल्फिनों, तोतों में भी ये समझदारी पाई जाती है, लेकिन पहली बार एक शोध में ये बात सामने आई है कि घोड़ों में भी दिमागी जहनियत भरी होती है. ऐसा इटली के वैज्ञानिकों ने दावा किया है.

शोध के नतीजे पर कैसे पहुंचे?
इटली के पीसा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने टस्कनी के इटैलियन हॉर्स प्रोटेक्शन रेक्स्यू सेंटर (Italian Horse Protection Rescue Centre in Tuscany) में इस शोध को अंजाम दिया. जिसमें 14 घोड़ों को शामिल किया गया. इनमें से तीन शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए थे, क्योंकि वो शोध के लिए तैयार सेटअप में खुद को एडजस्ट नहीं हो पाए थे.
चेहरे पर बनाया गया निशान
वैज्ञानिकों ने बताया इन 11 घोड़ों के दोनों गालों पर X का निशान बनाया गया. इनमें से घोड़ों ने खुद को न सिर्फ आइने में देखा, बल्कि उन्होंने अजीब सी हकरतें की. मसलन जीभ निकालना और अपनी पहचान को सत्यापित करना. यही नहीं, इसके बाद इन सभी घोड़ों ने X के निशान को भी देखा. और उन्हें मिटाने की भी कोशिशें की. वहीं बाकी के तीन घोड़े अपनी प्रतिकृति देख कर डर गए थे.
सिर्फ प्राइमेट्स के पास है ये क्षमता
वैज्ञानिकों ने कहा कि यूं तो इंसानों के अलावा सिर्फ बंदरों में ये क्षमता होती है कि वो अपनी प्रतिकृति पहचान लेते हैं. यही नहीं, बंदर अपने शरीर पर आए किसी बदलाव को भी पहचानने में सक्षम होते हैं. ये पहली बार है, जब बंदरों के अलावा किसी अन्य जीव ने ऐसा ही व्यवहार किया है, जिसमें उन्होंने खुद को पहचाना हो.
अब आगे बढ़ाया जाएगा शोध
डेलीमेल की खबर के मुताबिक, पीसा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि ये पायलट प्रोजेक्ट था, जो काफी सफल रहा है. हम इस दिशा में और भी आगे बढ़ने वाले हैं और निश्चित ही सकारात्मक सफलता हमारा इंतजार कर रही है.


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