भारत में बनेगी रूस की वैक्सीन, जानें कब होगी प्रोडक्शन की शुरुआत

RDIF और भारत की दवा कंपनी हेटरो ने कोरोना की वैक्सीन स्पूतनिक V तैयार करने के लिए करार किया है।

Update: 2020-11-27 12:51 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) और भारत की दवा कंपनी हेटरो ने कोरोना की वैक्सीन स्पूतनिक V तैयार करने के लिए करार किया है। यह करार भारत में हर साल 10 करोड़ डोज बनाने का है। प्रोडक्शन की शुरुआत अगले साल से होगी।

स्पूतनिक V को रूस के गैमेलेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने बनाया है। RDIF विदेश में इसके प्रोडक्शन और प्रमोशन का काम देख रहा है। वैक्सीन के तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी मिल चुकी है। ये ट्रायल बेलारूस, यूएई, वेनेजुएला समेत कई देशों में चल रहे हैं। IDIF के मुताबिक, भारत में दूसरे और तीसरे फेज का ट्रायल जारी है।

इस वैक्सीन के 120 करोड़ डोज बनाने के लिए 50 से ज्यादा देश रिक्वेस्ट कर चुके हैं। ग्लोबल मार्केट में सप्लाई के लिए वैक्सीन का प्रोडक्शन भारत, चीन, ब्राजील, साउथ कोरिया और दूसरे देशों में किया जाएगा।

'कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ा कदम'

हेटरो लैब्स लिमिटेड के डायरेक्टर, इंटरनेशनल मार्केटिंग मुरली कृष्ण रेड्डी ने कहा कि कोविड -19 के इलाज में स्पूतनिक V सबसे कारगर है। वैक्सीन तैयार करने के लिए RDIF के साथ इस पार्टनरशिप से हमें बहुत खुशी है। यह पार्टनरशिप कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारे कमिटमेंट और मेक इन इंडिया कैम्पेन के मकसद को पूरा करने के लिए एक और कदम है।

Tags:    

Similar News

-->