रिसर्च: बिना एल्कोहल वाला सैनिटाइजर भी मारता है 99 फीसदी कोरोना वायरस

कोरोना महामारी से बचने के लिए महामारी की शुरुआत से ही लोगों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने और साफ-सफाई बरतने की सलाह दी जाती रही है.

Update: 2020-12-03 14:53 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी से बचने के लिए महामारी की शुरुआत से ही लोगों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने और साफ-सफाई बरतने की सलाह दी जाती रही है. खासकर हाथों की सफाई पर ज्यादा जोर देने को कहा गया है. कारण कि किसी संक्रमित सतह हो छूने के बाद हाथों के जरिए ही Sars-Cov-2 वायरस के नाक, मुंह के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करने की संभावना रहती है.


हाथों की सफाई के लिए लोग एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर (Hand sanitizer for Coronavirus) का प्रयोग करते आ रहे हैं. अब तक कहा भी यही जाता रहा है कि एल्कोहल वाले सैनिटाइजर कोरोना वायरस को खत्म करने में कारगर हैं. लेकिन अब एक नए शोध अध्ययन की मानें तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एल्कोहल वाला सैनिटाइजर इस्तेमाल करते हैं या बिना एल्कोहल वाला.

Medicaldialogues की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिसर्च स्टडी से जुड़े शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस एल्कोहल फ्री सैनिटाइजर से भी नष्ट हो सकता है. रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं, जो बताते हैं कि कीटाणुरहित सतहों पर बिना एल्कोहल-वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल, एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर की तरह ही असरदार है.

अमेरिका की यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च स्टडी
अमेरिका की ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा की गई यह रिसर्च स्टडी 'जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इंफेक्शन' में ऑनलाइन प्रकाशित हुई है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस स्टडी के दौरान बेंजालकोनियम क्लोराइड के साथ नए कोरोना वायरस (Sars-Cov-2) के नमूनों का परीक्षण किया. शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादातर मामलों में 15 सेकंड के भीतर ही वायरस 99.9 फीसदी खत्म हो गया. बता दें कि बेंजालकोनियम क्लोराइड का इस्तेमाल आमतौर पर एल्कोहल-फ्री हैंड सैनिटाइजर के लिए किया जाता है. साथ ही इस कीटाणुनाशक में कई क्वॉटरनरी अमोनियम कंपाउंड भी पाए जाते हैं.

एल्कोहल वाला सैनिटाइजर या बिना एल्कोहल वाला, दोनों कारगर
लेखक बेंजामिन ओगिलवी के मुताबिक, इस रिसर्च स्टडी के परिणाम बताते हैं कि एल्कोहल-फ्री हैंड सैनिटाइजर भी ठीक वैसे ही काम करता है, जैसे कि एल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर. उन्होंने कहा कि हम कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि बिना एल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर, सामान्य सर्दी और फ्लू के वायरस के खिलाफ भी प्रभावी है.

न खुजली होगी और न ही कोई जलन
ओगिलवी बताते हैं कि बेंजालकोनियम क्लोराइड का इस्तेमाल बहुत कम गाढ़ेपन में किया जा सकता है. यह किसी तरह के जलन या खुजली का कारण भी नहीं बनता. वहीं, एल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से इस तरह की समस्याएं हो सकती हैं. यह खासकर स्वास्थ्यकर्मियों और वैसे लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है, जिन्हें अक्सर और ज्यादा हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल करना पड़ता है.

इस रिसर्च स्टडी से जुड़े एक पीएचडी छात्र एंटोनियो सोलिस लील के मुताबिक, अस्पतालों और सार्वजनिक जगहों पर डिसइंफेक्शन की कमी पूरा करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है. ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और शोधकर्ता ब्रैड बर्गेस के मुताबिक, एल्कोहल-फ्री हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना काफी आसान है, क्योंकि लोग सालों से इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि इस महामारी के दौरान लोगों ने बिना एल्कोहल वाले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना बिल्कुल बंद ही कर दिया है.

इस तरह के वायरस के खिलाफ है कारगर
बेंजालोनियम क्लोराइड आमतौर पर लिपिड से घिरे वायरस के खिलाफ प्रभावी तौर पर काम करता है. Sars-Cov-2 इसी तरह का वायरस है. ऐसे में शोधकर्ताओं का मानना है कि कोरोना वायरस को डिसइंफेक्ट करने के लिए यह एक बेहतर विकल्प होगा. इस बात की पुष्टि के लिए शोधकर्ताओं ने एक टेस्ट ट्यूब में कोरोना वायरस का सैंपल डाला और फिर उसमें अलग-अलग तरह के कंपाउंड मिलाए.

इसमें 0.2 फीसदी बेंजालकोनियम क्लोराइड सोल्यूशन और तीन अलग यौगिकों (क्वाटरनरी अमोनियम, मिट्टी और खारे या खराब पानी) को शामिल किया गया था. शोधकर्ताओं ने पाया कि सैनिटाइजर ने कीटाणुनाशक यौगिकों को बेअसर कर दिया था. इसी आधार पर उन्होंने बताया कि सामान्य यानी बिना एल्कोहल वाले सैनिटाइजर भी एल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर की तरह ही असरदार साबित हो सकते हैं.


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