Partial lunar eclipse:19 नवंबर को दिखेंगे इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण

इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को दिखाई देगा

Update: 2021-11-13 15:21 GMT

इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को दिखाई देगा. यह आंशिक चंद्रग्रहण होगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अमेरिका के 50 राज्यों में दिखाई देगा. इतना लंबा चंद्रग्रहण 580 (Partial lunar eclipse) सालों के बाद हो रहा है. आखिरी बार इतना लंबा आंशिक ग्रहण 18 फरवरी, 1440 को हुआ था. 580 साल बाद लगने वाले सबसे लंबे चंद्रग्रहण को कैमरे में कैद करने के लिए पूरे विश्व के वैज्ञानिक तैयार बैठे हैं. नासा के मुताबिक, यह आंशिक चंद्र ग्रहण 3 घंटे, 28 मिनट और 23 सेकेंड लंबा होगा. 580 साल बाद लगने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र में दिखाई देगा.

भारत (Lunar Eclipse in India) में अरुणाचल प्रदेश और असम में एक छोटा सा हिस्सा इस आंशिक चंद्र ग्रहण को देख सकेगा. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लोग चंद्र ग्रहण के अंतिम भाग को देख सकेंगे. चंद्र ग्रहण का अंतिम भाग तब दिखाई देता है, जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी अपूर्ण रूप से एक रेखा में आते हैं. इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी हिस्से से होकर गुजरता है. इस घटना पर दुनियाभर के एस्ट्रोनोमर्स की भी नजर रहने वाली है.
एमपी बिड़ला तारामंडल में अनुसंधान और अकादमिक निदेशक देबीप्रसाद दुआरी ने बताया कि दुर्लभ घटनाक्रम अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों से दिखाई देगा. उन्होंने बताया कि आंशिक चंद्रग्रहण दोपहर 12.48 बजे शुरू होगा और शाम 4.17 बजे समाप्त होगा. दुआरी ने कहा कि ग्रहण की अवधि तीन घंटे 28 मिनट 24 सेकंड होगी, जो 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण होगा. उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षितिज के अत्यंत करीब अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ इलाकों में चंद्रोदय के ठीक बाद आंशिक ग्रहण अपने अंतिम क्षणों में दिखाई देगा.
उन्होंने कहा कि पिछली बार इतनी लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 को हुआ था और अगली बार इसी तरह का घटनाक्रम वर्ष 2669 में आठ फरवरी को दिखेगा. अधिकतम आंशिक ग्रहण अपराह्न 2.34 बजे दिखाई देगा जब चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा. आंशिक चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र में दिखाई देगा. दुआरी ने कहा कि उपछाया ग्रहण पूर्वाह्न 11.32 बजे शुरू होगा और शाम 5.33 बजे समाप्त होगा. उपछाया ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा अपूर्ण रूप से संरेखित होते हैं. उन्होंने कहा कि ग्रहण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से दिखाई देगा, लेकिन इन स्थानों से इसे कुछ समय के लिए ही देखा जा सकेगा. दुआरी ने कहा कि आंशिक ग्रहण की तरह उपछाया ग्रहण शानदार और नाटकीय नहीं होता है तथा कभी-कभी उस पर ध्यान भी नहीं जाता है.
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