नए शोध - ब्लैक होल भी क्यों उगलते हैं ज्वाला

ब्लैक होल (Black Hole) के बारे में काफी पता होने के बाद भी बहुत कुछ रहस्य ही है

Update: 2022-02-13 15:21 GMT

ब्लैक होल (Black Hole) के बारे में काफी पता होने के बाद भी बहुत कुछ रहस्य ही है. इनसे संबंधित कई बातें अभी तक पता नहीं चल सकी है जिसमें विशालकाय ब्लैक होल की उत्पत्ति का रहस्य भी शामिल है. इसके अलावा ब्लैक होल के बारे में कई धारणाएं भी बदली है. इनमें से एक है कि ब्लैक होल के अंदर जाने के बाद कुछ बाहर नहीं निकलता है. लेकिन बाद में ब्लैक होल से चमकीले जेट प्रवाह भी निकलते हैं और कई बार तो वे इवेंट होराइजन (Event Horizon) से तीव्र प्रकाशीय ज्वाला भी निकालते हैं. अब सुपरकम्पूटर सिम्यूलेशन (Supercomputer Simulation) के जरिए इस पहले को सुलझाने का दावा किया गया है.

ब्लैक होल की मैग्नेटिक फील्ड
हाल ही शोधकर्ताओं की एक टीम ने पहली बार सुपरकम्प्यूटर की शृंखला के जरिए ब्लैक होल के मैग्नेटिक फील्ड की इतने विस्तार से मॉडलिंग की. इस प्रतिमान से अतिशक्तिशाली मैग्नेटिक फील्ड के बनने और टूटने की जानकारी मिली है. यह मैग्नेटिक फील्ड ही अत्याधिक चमकदार ज्वलाओं के स्रोत पाए गए.
क्या हो रही थी परेशानी
वैज्ञानिकों को पहले से पता है कि ब्लैक को आसपास कुछ समय के लिए बहुत ही शक्तिशाली मैग्नेटिक फील्ड होती है. यह वास्तव में ब्लैक होल के आसपास विभिन्न प्रकार के बलों, पदार्थों और दूसरी प्रणालियों का मिला जुला प्रभाव होता है. अभी तक इस जटिल प्रभाव का उन्नत सुपरकम्प्यूटर से भी मॉडल या प्रतिमान बनाना बहुत मुश्किल काम था. इसी लिए ब्लैक होल के आसपास क्या हो रहा यह जानना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो रहा था.
विस्तृत तस्वीर बनाई
शक्तिशाली कम्प्यूटर जटिल कम्प्यूटिंग समस्याओं से निपट सकते हैं और मूर नियम की वजह से यह संभव भी हो सका. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के फ्लैटिरॉन इंस्टीट्यूट के पोस्ट डॉक्टोरल फैलो और इस अध्ययन के सहलेखक डॉ बार्ट रिपेर्दा और उनके साथियान ने तीन अलग अलग सुपरकम्पयूटिंग क्लस्टर का उपयोग कर ब्लैक होल के इवेंट होराइजन की बहुत ही विस्तृत तस्वीर बनाई.
टूटना और जुड़ना
इस तरह की भौतिकी में मैग्नेटिक फील्ड की अप्रत्याशित रूप से बहुत बड़ी भूमिका होती है. लेकिन उससे भी ज्यादा संवेदनशील भूमिका ज्वालाओं के विकास में होती है. ऐसी ज्वालाएं बनती हैं जब मैग्नेटिक फील्ड टूटती हैं और फिर से जुड़ जाती हैं. आसपास के माध्यमों में अतिआवेशित फोटोन की प्रक्रियाओं में मैग्नेटिक ऊर्जा निकलती है और कुछ फोटोन ब्लैक होल के ईवेंट होराइजन में ही चले जाते हैं जबकि दूसरे बाहरी अंतरिक्ष में ज्वाला के रूप में निकल जाते हैं.
उच्च विभेदन की तस्वीर
सिम्यूलेशन में दर्शाते हैं कि मैग्नेटिक फील्ड के कनेक्शन टूटने और बनने की प्रक्रिया पिछले विभेदनों में दिखाई नहीं देते थे. रिपेर्दा और उनसे साथियों की तस्वीर का विभेदन पिछले उपलब्ध ब्लैक होल सिम्यूलेशन की तस्वीरों के विभेदन से हजार गुना ज्यादा था. पिछले सिम्यूलेशन में ब्लैक होल की कुछ मूलभूत अंतरक्रियाएं शामिल नहीं थीं.
मैग्नेटिक फील्ड रेखाएं
नई उच्च विभेदन की तस्वीर से स्थिति ज्यादा स्पष्ट हो सकी. नए सिम्यूलेशन ने बताया कि इवेंट होराइजन के आसपास मैग्नेटिक फील्ड की प्रक्रिया क्या होती है. पहले संचयन चक्र में जमा पदार्थ ब्लैक होल के ध्रुवों की ओर जाता है. इसके मैग्नेटिक फील्ड की रेखाओं पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ता है जो पदार्थ के साथ चलती है.
इस दौरान कुछ मैग्नेटिक फील्ड रेखाएं टूट जाती हैं और दूसरी फील्ड रेखाओं से जुड़ जाती है. कुछ मामले में पदार्थ बाहरी बलों से अप्रभावित होता है, लेकिन या तो वह ब्लैक होल के अंदर ही फेंक दिया जाता है या फिर बाहर फेंक दिया जाता है. यहीं पर ज्वालाओं की भूमिका आ जाती है. यह पूरी प्रक्रिया का सिम्यूलेशन सुपरकम्प्यूटर के समूह के साथ भी बहुत ही मुश्किल है, लेकिन अभी तक के आंकड़ों से अधिकांश सिम्यूलेशन सटीक नतीजे दे रहे हैं.
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