नेपच्यून क्रूज मिसाइल: पुतिन को बहुत बड़ा झटका, मिसाइलें बरसा रहा रूसी युद्धपोत तबाह, जानें क्यों है इतनी घातक?
कीव: यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने बुधवार यानी 13 अप्रैल 2022 को काला सागर में मौजूद रूसी युद्धपोत मोसक्वा (Moskva) को भारी नुकसान पहुंचाया है. युद्धपोत पर यूक्रेन ने अपने देश में विकसित नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) से हमला किया था. आइए जानते हैं कि आखिरकार कैसे नेपच्यून क्रूज मिसाइल रूस के लिए इतनी घातक साबित हुई...
यूक्रेन ने रूस के युद्धपोत और सैनिकों को धोखा देने के लिए पहले TB-2 ड्रोन को बतौर डिकॉय तैनात किया. ताकि रूस के एयर डिफेंस सिस्टम का अंदाजा लगाया जा सके. इसके बाद यूक्रेन ने नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) दाग कर मोसक्वा युद्धपोत को भारी क्षति पहुंचाई. वह डूबने के कगार तक पहुंच गया था. हालांकि, रूस की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) को यूक्रेन की लुश डिजाइन ब्यूरो ने विकसित किया है. यह मिसाइल सोवियत जमाने के Kh-35 एंटी शिप मिसाइल का ही अपग्रेडेड वर्जन है.
यह मिसाइल पिछले साल से यूक्रेन की सेना में सर्विस दे रही है. इस मिसाइल की ऑपरेशनल रेंज 280 किलोमीटर है. इसका वजन 870 किलोग्राम है. नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) की खासियत ये है कि यह 280 किलोमीटर की रेंज को सबसोनिक गति (Subsonic Speed) यानी 0.8 मैक. मतलब ये है कि नेपच्यून क्रूज मिसाइल 980 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करती है. कम दूरी के लिए यह गति काफी ज्यादा है. यह इतनी गति है कि दुश्मन को एंटी-मिसाइल सिस्टम या एयर डिफेंस सिस्टम ऑन करने का मौका नहीं मिलता.
नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) की लंबाई 5.05 मीटर है. इसमें क्रॉस शेप्ड हार्ड विंग्स होती हैं, जो लॉन्च के बाद तेजी से खुलती है. इसे जमीन पर ट्रक लॉन्चर से दागा जा सकता है. इसकी अधिकतम रेंज 300 किलोमीटर है. 870 किलोग्राम वजनी मिसाइल में 150 किलोग्राम का हथियार यानी वॉरहेड लगाया जा सकता है.
यूक्रेन की सेना नेपच्यून क्रूज मिसाइल (Neptune Cruise Missile) को ट्रांसपोर्ट एंड लॉन्च कंटेनर्स में रखकर दागती है. इसका नाम है TZM-360, यह एक मोबाइल लॉन्चर है. जिसमें चार मिसाइलें आती हैं. इसके साथ एक दूसरा वाहन होता है, जिसे RCP-360 कहते हैं. यहां से ही मिसाइल को टारगेट, कमांड और कंट्रोल किया जाता है.
नेपच्यून क्रूज मिसाइल का लॉन्च सिस्टम ऐसा है कि यह इसे आप शहर में, रेगिस्तान में, या फिर तटों पर ले जा सकते हैं. इसने जब रूस के मोसक्वा युद्धपोत पर हमला किया तो वहां पर आग लग गई. मिसाइल हमले के बाद तुरंत रूसी सैनिकों को तो बचा लिया गया, लेकिन आग लगने की वजह से युद्धपोत में मौजूद हथियार फट पड़े. जिससे युद्धपोत को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है.
रूस का युद्धपोत मोसक्वा का नाम राजधानी मॉस्को के नाम पर दिया गया है. इसका डिस्प्लेसमेंट 12,490 टन है. इसके ऊपर 500 रूसी सैनिक तैनात हो सकते हैं. इसे 1983 में रूसी सेना में शामिल किया गया था. लेकिन साल 2000 में इसे अपग्रेड करके मोस्क्वा नाम दे दिया गया.