NASA के जूनो स्पसेक्राफ्ट ने रिकॉर्ड किया बृहस्पति के चंद्रमा से निकल रही 'रहस्यमयी आवाज'

बृहस्पति के चंद्रमा से निकल रही ‘रहस्यमयी आवाज’

Update: 2021-12-18 13:13 GMT
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के जूनो मिशन (Juno Mission) ने हाल ही में बृहस्पति ग्रह के पास से 38 उड़ान यानी फ्लाईबाई किया है. इस मिशन को इस साल की शुरुआत में बढ़ाया गया था और जूनो बृहस्पति के चंद्रमा गैनीमेड का भी फ्लाईबाई करना था. जूनो स्पेसक्राफ्ट ने बृहस्पति ग्रह और गैनीमेड दोनों का फ्लाईबाई किया और कुछ हैरान करने वाली तस्वीरों और और एक रहस्यमयी आवाज को रिकॉर्ड किया है.

 

NASA ने बताया है कि जूनो एयरक्राफ्ट ने 50 सेकेंड की एक आवाज को रिकॉर्ड किया है, जिसे इसने गैनीमेड चंद्रमा के पास से गुजरते समय रिकॉर्ड किया था. चंद्रमा के ऑडियो की क्लिप को ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र द्वारा निर्मित विद्युत और चुंबकीय रेडियो तरंगों द्वारा बनाया गया था और इन तरंगों का पता लगाने के लिए डिजाइन किए गए स्पेसक्राफ्ट के वेव्स इंस्ट्रूमेंट द्वारा डिटेक्ट किया गया. ये आवाजें एक ट्रिपी स्पेस एज साउंडट्रैक की तरह हैं.

 

जूनो मिशन की टीम लगातार बृहस्पति ग्रह (Jupiter) के चंद्रमा गैनीमेड के फ्लाईबाई (Juno Mission Ganymede Flyby) के दौरान मिले डाटा का विश्लेषण कर रही है. अपने फ्लाईबाई के दौरान जूनो स्पेसक्राफ्ट (Juno Spacecraft) गैनीमेड चंद्रमा (Ganymede Moon) की सतह से 1,038 किलोमीटर दूर था. इस दौरान स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार 67,000 किलोमीटर प्रति घंटा थी.

 

टीम ने जूनो द्वारा ली गई तस्वीरों को भी जारी किया है, जिसमें ग्रह के घूमने वाले वातावरण की खूबसूरतियों को देखा जा सकता है. इसके जरिए बृहस्पति और उसके रहस्यों को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है. बृहस्पति ग्रह के ध्रुवों पर आए तूफान की तस्वीरों ने वैज्ञानिक बिरादरी के भीतर जिज्ञासा पैदा कर दी है, क्योंकि बृहस्पति के वायुमंडलीय डायनेमिक्स और पृथ्वी के महासागरों में भंवरों के बीच समानताएं दिख रही हैं.

 

जूनो स्पेसक्राफ्ट का डेटा वैज्ञानिकों को ग्रेट ब्लू स्पॉट (Great Blue Spot) सहित बृहस्पति के चुंबकीय क्षेत्र का नक्शा बनाने में मदद कर रहा है. ये क्षेत्र बृहस्पति के भूमध्य रेखा पर स्थित एक चुंबकीय हिस्सा है. ये उस ग्रेट रेड स्पॉट से बहुत अलग है, जो बृहस्पति ग्रह की पहचान बन चुका है. ग्रेट रेड स्पॉट (Great Red Spot) एक तूफान है, जो ग्रह के के भूमध्य रेखा पर सालों से आया हुआ है.
जूनो स्पेसक्राफ्ट के बृहस्पति ग्रह पर पहुंचने के बाद से ही टीम ने ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव देखा है. ग्रेट ब्लू स्पॉट लगभग 2 इंच (5.1 सेंटीमीटर) प्रति सेकंड से पूर्व की ओर बढ़ रहा है और 350 सालों में ग्रह के चारों ओर एक चक्कर पूरा करेगा. वहीं, ग्रेट रेड स्पॉट पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और लगभग 4.5 सालों में ग्रह का पूरा चक्कर लगा लेगा.
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