पृथ्वी से 63 प्रकाशवर्ष है दूर के हमारे सौरमंडल के 'जुड़वा भाई' पर अध्ययन करेगा NASA का जेम्स वेब टेलिस्कोप

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA इस साल के अंत तक जेम्स वेब टेलिस्कोप को अंतरिक्ष में भेजने वाली है.

Update: 2021-07-24 07:18 GMT

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA इस साल के अंत तक जेम्स वेब टेलिस्कोप (James Webb Telescope) को अंतरिक्ष (Space) में भेजने वाली है. लेकिन इससे पहले ही NASA ने उस एक खास जगह का चुनाव कर लिया है, जिसके जरिए 10 बिलियन डॉलर वाले इस टेलिस्कोप के जरिए नजर रखी जाएगी. ये जगह पृथ्वी से 63 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है. ये जगह बिल्कुल हमारे सौरमंडल जैसी ग्रह प्रणाली वाली है. जेम्स वेब टेलिस्कोप को हबल स्पेस टेलिस्कोप (Hubble Space Telescope) का उत्तराधिकारी माना जा रहा है.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) बीटा पिक्टोरिस (Beta Pictoris) का अध्ययन करेगा. ये एक 'युवा ग्रह प्रणाली' जिसमें कम से कम दो ग्रह हैं. इसके अलावा कई छोटे, चट्टानी पिंड और धूल से भरी हुई एक डिस्क है. अध्ययन का लक्ष्य धूल को बेहतर ढंग से समझना और ये पता लगाना है कि ग्रह प्रणाली में क्या हो रहा है. जो हमारी आकाशगंगा के समान है, क्योंकि इसकी मलबे की डिस्क में धूमकेतु, क्षुद्रग्रह, विभिन्न आकारों की चट्टानें, और बहुत सारी धूल शामिल हैं. ये सभी आकार तारे की परिक्रमा कर रहे हैं.
हमारे सौरमंडल से की जाएगी बीटा पिक्टोरिस की तुलना
NASA के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर (Goddard Space Flight Center) के क्रिस स्टार्क ने कहा कि रिसर्चर्स ये पता लगाने के लिए उत्सुक हैं कि ग्रह प्रणाली में क्या है. स्टार्क ने कहा कि उनकी टीम JWST के कोरोनग्राफ का उपयोग तारे की रोशनी को ब्लॉक करने और मलबे की डिस्क पर बेहतर नजर डालने के लिए करेगी. स्टार्क ने एक बयान में बताया कि हम जानते हैं कि बीटा पिक्टोरिस के चारों ओर दो बड़े ग्रह हैं और आगे छोटे पिंडों की एक बेल्ट है जो टकरा रही है. लेकिन ये हमारे सौरमंडल से कितनी मेल खाती है, इसका पता लगाया जाएगा.
'टाइम मशीन' है जेम्स वेब टेलिस्कोप
जेम्स वेब टेलिस्कोप को अगले साल लॉन्च किया जाएगा. मुख्य रूप से एक इन्फ्रारेड टेलीस्कोप होने की वजह से इसमें हबल की तुलना में व्यापक स्पेक्ट्रम व्यू होगा और पृथ्वी की कक्षा के बजाय ये सौरमंडल की कक्षा में तक में देख सकेगा. जेम्स वेब टेलीस्कोप को एक 'टाइम मशीन' के रूप में बताया गया है जो हमारे ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने में मदद कर सकता है. टेलीस्कोप का उपयोग 13.5 अरब साल पहले प्रारंभिक ब्रह्मांड में पैदा हुई पहली आकाशगंगाओं को देखने के लिए किया जाएगा. ये सितारों, एक्सोप्लैनेट और यहां तक कि हमारे सौर मंडल के चंद्रमाओं और ग्रहों के स्रोतों का भी निरीक्षण करेगा.
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