मंगल ग्रह (Mars) पर एक स्पर्म (Sperm) की आकृति का पत्थर दिखा है. जिसे लेकर वैज्ञानिक बेहद खुश हैं. इस पत्थर को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के मार्स क्यूरियोसिटी रोवर (Mars Curiosity Rover) ने खोजा है. देखने में यह एकदम स्पर्म या टैडपोल जैसा दिखता है. इसे एमेच्योर अंतरिक्ष विज्ञानी, साइंस राइटर स्टुअर्ट एटकिन्सन ने ट्वीट किया है.
स्टुअर्ट ने अपने ट्वीट में लिखा कि उन्होंने वाइकिंग मिशन से लेकर अब तक के सारे मिशन देखें हैं. हजारों विचित्र पत्थरों को देखा है. जो कभी मैदानों में मिले, कभी क्रेटर के अंदर तो कभी पहाड़ों के ऊपर. लेकिन क्यूरियोसिटी रोवर द्वारा ली गई यह तस्वीर दिमाग खराब कर देती है. इस पत्थर को प्रकृति ने जिस तरह से तराशा है, वह काबिल-ए-तारीफ है. स्टुअर्ट के इस ट्वीट को दो दिन में 408 बार रीट्वीट किया गया है. इसे करीब 3000 लाइक्स मिले हैं.
ऐसा नहीं है कि मंगल पर सिर्फ पत्थर मिलते हैं. कई तो इतने खूबसूरत या फिर विचित्र आकार के होते हैं कि वह दुनिया भर का ध्यान खींच लेते हैं. जैसे हाल ही में मंगल ग्रह पर इंसान के पुट्ठे (Butt) जैसी आकृति का एक पत्थर मिला था. इसे मार्स पर्सिवरेंस रोवर (Perseverance Rover) ने खोजा था. इससे पहले भी लाल ग्रह पर हरा पत्थर दिखा था. डायनासोर के मुंह जैसा पत्थर दिखा था. मछली के आकार और इंसानी चेहरे जैसी आकृतियां दिखाई दी थीं.
केविन एम. गिल रोवर द्वारा भेजी गई खराब और टूटी-फूटी फोटोग्राफ्स को जोड़कर एक पूरी तस्वीर बनाने का काम भी करते हैं. कई बार उन्होंने ऐसी चीजें खोजी हैं, जो दुनिया भर को हैरानी में डाल देती हैं. साथ ही इन्हें देखकर खुशी भी होती है. यानी मंगल ग्रह की तस्वीरों से आपको एक हास्यास्पद राहत भी मिलती है. जैसे इस पत्थर को ही देख लीजिए... ये किसी ब्राचियोसॉरस (Brachiosaurus) डायनासोर की गर्दन की तरह दिखता है. हां बस आकार कम है.
इससे अलावा लाल ग्रह यानी मंगल पर जब किसी भी अन्य रंग के होने की उम्मीद नहीं होती, तब नासा के पर्सिवरेंस रोवर ने एक हरे पत्थर (Martian Green Rock) की खोज की थी. नासा के मार्स पर्सिवरेंस रोवर को यह पत्थर तब दिखा जब वह इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर को सतह पर उतारने के बाद आगे बढ़ रहा था. इस रहस्यमयी हरे रंग के पत्थर की असलियत का खुलासा अभी नहीं हुआ है. ये कहां से आया है. ये किस चीज से बना है. लेकिन इसमें छोटे-छोटे गड्ढे हैं और बीच-बीच में चमकदार हरे रंग के क्रिस्टल जैसी वस्तु. यह रोशनी पड़ने पर तेजी से चमक जाती है.
नासा का वाइकिंग-1 ऑर्बिटर ने साल 1976 में जब मंगल ग्रह के चारों तरफ चक्कर लगा रहा था, तब उसे एक ऐसी तस्वीर दिखी जो ऐतिहासिक बन चुकी है. इस तस्वीर में मंगल ग्रह की सतह पर इंसानी चेहरा (काले घेरे में) दिखाई दे रहा है. अगर आपके पास कलात्मक दिमाग है तो आप सतह पर इस घेरे के अंदर दो आंखें, एक नाक, एक मुंह और अजीब हेयरस्टाइल भी देख सकेंगे.
नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर मछली के आकार का पत्थर देखा था. इसकी तस्वीर सामने आते ही एलियन से प्रेम करने वाले लोगों ने कई तरह की कहानियां बनानी शुरु कर दी थीं. हालांकि यह एक पत्थर था जो किसी तरह से वह मछली जैसे आकार में बदल गया था.
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