भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) ने शुक्रवार रात को साउंडिंग रॉकेट RH-560 लॉन्च किया. ये 2 स्टेटस रॉकेट ऊंचाई के साथ हवाओं के व्यवहारिक बदलाव और प्लाज्मा डायनामिक्स पर अध्ययन करेगा. इस रॉकेट को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था. शुक्रवार रात को ISRO के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई.
किस काम आता है ये रॉकेट
साउंडिंग रॉकेट 2 स्टेज रॉकेट है जो की ठोस ईंधन (solid propellant) से चलता है. ये रॉकेट स्पेस रिसर्च और ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों का अध्ययन करने के लिए मदद करता है. वहीं जो सैटेलाइट लॉन्च होते हैं और उनमे से नए कॉम्पोनेंट लगते हैं उनकी टेस्टिंग के लिए भी काम आता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि ये सबसे सस्ता विकल्प है.
वर्तमान समय में इसरो के पास तीन साउंडिंग रॉकेट है जिसमें RH-200,RH-300-Mk-II और RH-560-Mk शामिल है. जो की 8 से 100 किलो का वजन उठाने में सक्षम है. और वजन को लेकर 80 से 475 किमी की उंचाई तक जा सकते हैं. इसरो ने इस तरह के साउंडिंग रॉकेट 1965 से लॉन्च करने शुरू किए. जिससे ठोस ईंधन को इस्तेमाल करने में एक मास्टरी हासिल की है.