क्या यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है रूस, यूरोपीय संघ के इस फैसले से लोगों में बढ़ने लगा डर

पिछले 6 महीने से यूक्रेन के खिलाफ हमले कर रहा रूस (Russia) क्या अब परमाणु बम दागकर इस युद्ध का अंत करना चाहता है? यूरोपीय संघ ने परमाणु रेडिएशन से बचाने के लिए यूक्रेन को पोटेशियम आयोडाइड की 55 लाख गोलियां भेजने की घोषणा की है. इनमें से 5 लाख डोज ऑस्ट्रेलिया और 50 लाख यूरोपीय संघ दे रहा है. इ

Update: 2022-09-02 01:01 GMT

 पिछले 6 महीने से यूक्रेन के खिलाफ हमले कर रहा रूस (Russia) क्या अब परमाणु बम दागकर इस युद्ध का अंत करना चाहता है? यूरोपीय संघ ने परमाणु रेडिएशन से बचाने के लिए यूक्रेन को पोटेशियम आयोडाइड की 55 लाख गोलियां भेजने की घोषणा की है. इनमें से 5 लाख डोज ऑस्ट्रेलिया और 50 लाख यूरोपीय संघ दे रहा है. इन गोलियों की कीमत करीब 5 लाख यूरो यानी लगभग 4 करोड़ रुपये है. यूरोपीय संघ ये गोलियां यूक्रेन को फ्री में दे रहा है. उनकी इस घोषणा से यूरोप में रूस के इरादों को लेकर घबराहट बढ़नी शुरू हो गई है.

रूस ने कर रखा है परमाणु प्लांट पर कब्जा

सूत्रों के मुताबिक रूस ने जंग की शुरुआत में ही यूक्रेन के जेपोरीजिया (Zaporizhzhia) न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया था. यह यूरोप का सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट है. इस पर अभी भी रूसी सेना का नियंत्रण बना हुआ है. मेनटिनेंस न होने की वजह से इस प्लांट से रेडिएशन लीक होने का बड़ा खतरा बना हुआ है. अगर इस प्लांट से गैस लीक होती है तो यूक्रेन, रूस, बेलारूस के साथ ही यूरोप का बड़ा हिस्सा भी प्रभावित हो जाएगा.

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जताई हादसे की आशंका

इस आशंका को देखते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskiy) ने दुनिया से मदद करने की अपील की है. उन्होंने आशंका जताई है कि रूसी सेना के गलत एक्शन से अगर न्यूक्लियर प्लांट के रिएक्टर्स ठप हुए तो फिर यूरोप में बड़ी तबाही आने से कोई नहीं बचा सकेगा. उन्होंने इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) के अधिकारियों से मांग की है कि वे जल्द से जल्द जेपोरीजिया (Zaporizhzhia) प्लांट का दौरा करें और उसकी सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करवाएं.

यूरोपीय संघ ने यूक्रेन को भेजी 55 लाख टैबलेट्स

जेलेंस्की की इस अपील के बाद यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया ने उसकी मदद के लिए एंटी रेडिएशन की 55 लाख गोलियां भेजने का कदम उठाया है. रिपोर्ट के मुताबिक ये गोलियां परमाणु हमले पर तो कुछ नहीं कर पाएंगी लेकिन रेडिएशन लीक होने पर उससे काफी हद तक बचाव हो सकता है. मेडिकल एक्सपर्टों के मुताबिक असल में ये दवा पोटेशियम आयोडाइड वाली है. यह टैबलेट बॉडी में रेडियोएक्टिव आयोडीन को प्रवेश करने से रोकती है. इस गोली को लेते ही इंसान की थायराइड ग्रंथि ब्लॉक हो जाती है, जिससे रेडियोएक्टिव आयोडीन शरीर के अंदर नहीं जा पाता.


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