अब तक का सबसे दूर और पुराना तारा हबल टेलीस्कोप ने खोजा
पुराना तारा हबल टेलीस्कोप ने खोजा
खगोलविदों ने ब्रह्मांड में अब तक देखे गए सबसे दूर और पुराने तारे की खोज की है। यह तारा 12.9 अरब साल पहले भी चमकता था। इस तारे की रोशनी ने पृथ्वी तक पहुंचने के लिए 12.9 अरब प्रकाश-वर्ष की यात्रा की होगी। खगोलविदों का कहना है कि नया खोजा गया तारा वैसे ही दिखाई दिया, जैसे वह तब दिखाई दिया था जब ब्रह्मांड अपनी वर्तमान आयु का सिर्फ 7 प्रतिशत था। इसे हबल स्पेस टेलीस्कोप ने देखा है और अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इसकी इमेज शेयर की है। इसके कैप्शन के मुताबिक हबल ने अब तक देखे गए सबसे दूर व्यक्तिगत तारे को देखकर रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
इस तारे को एरेन्डेल (Earendel) नाम दिया गया है। खगोलविदों का कहना है कि एरेन्डेल ने हमारे ब्रह्मांड के पहले अरब वर्षों में जगमगाना शुरू किया। एरेन्डेल का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान का 50 गुना होने का अनुमान है। चमकने के मामले में भी यह हमारे सूर्य से लाखों गुना तेज है।
जर्नल नेचर में प्रकाशित पेपर के लेखक ब्रायन वेल्च ने कहा है कि पहले तो उन्हें इस खोज पर विश्वास ही नहीं हुआ, क्योंकि यह तारा रेडशिफ्ट स्टार से बहुत दूर था। गौरतलब है कि रेडशिफ्ट और ब्लूशिफ्ट प्रकाश तरंग की आवृत्ति में परिवर्तन का वर्णन करते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कोई वस्तु हमारी ओर बढ़ रही है या दूर जा रही है। जब कोई वस्तु हमसे दूर जा रही होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी रेडशिफ्ट कहलाती है और जब कोई चीज हमारी ओर बढ़ रही होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी ब्लूशिफ्ट कहलाती है।
रिसर्च टीम अनुसार, एरेन्डेल का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का कम से कम 50 गुना और लाखों गुना अधिक चमकीला होने का अनुमान है। यह अबतक खोजे गए बड़े तारों को टक्कर देता है। नासा ने इस खोज से जुड़ा एक वीडियो भी रिलीज किया है।