मॉस्को: रूस ने दो दिन पहले अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station - ISS) पर अपने तीन कॉस्मोनॉट्स यानी अंतरिक्ष यात्रियों को सोयूज स्पेसक्राफ्ट से भेजा. पिछले 22 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब रूसी रॉकेट में सिर्फ रूसी कॉस्मोनॉट्स ही थे. इसमें किसी अन्य देश का एस्ट्रोनॉट या अंतरिक्ष यात्री नहीं था.
रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस (Roscosmos) के अंतरिक्षयात्री ओलेग आर्तेमायेव (Oleg Artemyev), डेनिस मात्वेयेव (Denis Matveyev) और सर्गे कोर्साकोव (Sergey Korsakov) शुक्रवार को स्पेस स्टेशन पर पहुंच गए. उन्हें कजाकिस्तान स्थित बैकोनूर कॉस्मोड्रोम के लॉन्चपैड 31 से सोयूज एमएस-21 स्पेसक्राफ्ट में बिठाकर सोयूज 2.1ए बूस्टर रॉकेट से अंतरिक्ष की ओर भेजा गया था.
रॉसकॉसमॉस के प्रमुख डिमित्री रोगोजिन ने ट्वीट किया कि कई सालों बाद पहली बार पूर्ण रूसी क्रू इस रॉकेट से अंतरिक्ष की ओर गया है. इस लॉन्चिंग की खासियत ये भी थी कि पहली बार तीन रूसी कॉस्मोनॉट्स एकसाथ अंतरिक्ष की ओर एक ही रॉकेट में गए हैं. आपको बता दें कि यूक्रेन पर हमला करने की वजह से रूस के साथ कई देशों ने और रूस ने भी अन्य देशों के साथ स्पेस मिशन पर रोक लगा दिया है.
हालांकि स्पेस स्टेशन और अंतरिक्ष उड़ानों के लिए अमेरिका और रूस कई तरह के समझौतों से बंधे हुए हैं. वो एकदूसरे के अंतरिक्षयात्रियों को लाने और ले जाने का काम करेंगे. नासा (NASA) के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन प्रोग्राम के मैनेजर जोएल मोंटलबानो ने कहा कि हम चाहते हैं कि रूस और अमेरिका अपने अंतरिक्षयात्रियों की स्वैपिंग करे. हम रूसी कॉस्मोनॉट्स को ह्यूस्टन और हॉथ्रोन में ट्रेनिंग देने का शेड्यूल बना चुके हैं. हमारी टीम रूस के स्टार सिटी जाएगी ताकि वह सोयूज के बारे में सीख सके.
ओलेग आर्तेमायेव (Oleg Artemyev), डेनिस मात्वेयेव (Denis Matveyev) और सर्गे कोर्साकोव (Sergey Korsakov) के स्पेसक्राफ्ट को धरती के दो चक्कर लगाने के बाद स्पेस स्टेशन पर पहुंचना था. और पहुंचा भी. इस बार सोयूज को हाल ही में बनाए गए प्रिचल नोड (Prichal Node) से जोड़ा गया. यह स्पेस स्टेशन के रूसी हिस्से का अंग है.
इस समय अंतरिक्ष स्टेशन पर 10 लोग हो गए हैं. तीन रूसी अंतरिक्षयात्री जो हाल ही में पहुंचे. उसके पहले वहां पर रूस के पीटर डुबरोव और एंटोन शाकपलेरोव, जर्मन माथियास मॉरेर, नासा के राजा चारी, थॉमस मार्शबर्न, कायला बैरॉन और मार्क वांडे ही मौजूद हैं. शाकपलेरोव, डेबरोव और अमेरिकी वांडे ही स्पेस स्टेशन पर पहले से मौजूद सोयूज एमएस-19 कैप्सूल से 30 मार्च को धरती की ओर लौटेंगे.
आर्तेमायेव, मात्वेयेव और कोर्साकोव स्पेस स्टेशन पर सितंबर तक रुकेंगे. आर्तेमायेव अप्रैल के बाद एक्पीडिशन 67 के कमांडर बनने वाले हैं. ये तब होगा जब चारी, मार्शबर्न, बैरॉन और मॉरेर धरती पर लौट आएंगे. नया क्रू स्पेस स्टेशन पर पहुंचेगा. एक्पीडिशन 67 में नासा एस्ट्रोनॉट् जेल लिंडग्रेन, बॉब हाइन्स और जेसिका वॉटकिन्स, यूरोपियन स्पेस एजेंसी एस्ट्रोनॉट सामंथा क्रिस्टोफोरेट्टी शामिल होंगी.
आर्तेमायेव, मात्वेयेव और कोर्साकोव पहले पूर्ण निजी स्पेस मिशन के तहत आने वाले मेहमानों का स्वागत भी करेंगे. इसे एक्सिओम स्पेसेस एक्स-1 क्रू कहा जा रहा है. ये स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए आएंगे. 51 वर्षीय आर्तेमायेव तीसरी बार स्पेस स्टेशन की यात्रा पर गए हैं. वो अंतरिक्ष में 366 दिन बिता चुके हैं. इससे पहले वो 2014 और 2018 में गए थे. मात्वेयेव और कोर्साकोव पहली बार अंतरिक्ष में गए हैं.
इससे पहले पूरी तरह से रूसी कॉस्मोनॉट्स को लेकर सोयूज स्पेसक्राफ्ट मीर स्पेस स्टेशन पर गया था. यह बात है साल 2000 की. तब सर्गेई जालियोटिन और एलेक्जेंडर कालेरी ने सोयूज टीएम-30 से उड़ान भरी थी. ये लोग मीर स्पेस स्टेशन पर गए थे ताकि उसका कॉमर्शियल उपयोग किया जा सके. हालांकि मीर स्पेस स्टेशन को साल 2001 में निष्क्रिय कर दिया गया था.
इससे पहले तीन रूसी अंतरिक्षयात्री एकसाथ सोयूज टीएम-28 में साल 1999 में उड़े थे. ये थे गेनाडी पडाल्का, सर्गेई अव्देयेव और यूरी बाटुरियन. पिछली साल सोयूज 19 से तीन रूसी लोग स्पेस स्टेशन गए थे. लेकिन इसमें सिर्फ शाकपलेरोव ही कॉस्मोनॉट थे. दूसरी एक्ट्रेस यूलिया पेरेस्लिड और निर्देशक क्लिम शिपेंको थे. जो द चैलेंज नाम की फिल्म की शूटिंग के लिए स्पेस स्टेशन पहुंचे थे.
साल 2000 के बाद से सोयूज एमएस-21 (Soyuz MS-21) रूसी सोयूज प्रोग्राम का 67वां सोयूज है, जिसे अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना किया गया है. जबकि अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाला 150वां रूसी स्पेसक्राफ्ट है.