यूक्रेन पर हमले को टालने के लिए कोशिशें तेज, जर्मन चांसलर बीच-बचाव में जुटे, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने दी पुतिन को यह सलाह
यूक्रेन पर रूस और पश्चिमी देशों के बीच जारी गतिरोध थमता नजर नहीं आ रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन पर रूस और पश्चिमी देशों के बीच जारी गतिरोध थमता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि यूक्रेन पर टकराव को टालने के लिए कोशिशें जारी हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के शीर्ष राजनयिक ने सोमवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सुरक्षा मांगों के मसले पर पश्चिमी मुल्कों के साथ बातचीत जारी रखने की सलाह दी है। सनद रहे कि रूसी राजनयिक की ओर से यह सलाह ऐसे वक्त दी गई है जब जो बाइडन और व्लादिमीर पुतिन की वार्ता का ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है।
विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) ने पुतिन के साथ एक बैठक में सुझाव दिया है कि भले ही अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूस की सुरक्षा मांगों को खारिज कर दिया है... फिर भी हमें अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने विश्वास बहाली के उपायों के मुद्दों पर बातचीत करने की पेशकश की है। इस पर पुतिन ने यह पूछा कि क्या पश्चिमी मुल्कों के साथ राजनयिक प्रयासों को जारी रखना समझदारी है। लावरोव ने जवाब दिया कि अभी बातचीत की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं।
रूस में यह हाईप्रोफाइल बैठक तब हुई है जब जर्मनी चांसलर रूस और पश्चिमी मुल्कों के बीच टकराव को टालने की कोशिशों में जुट गए हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मन चांसलर ओलाफ स्काल्ज सोमवार यूक्रेन पहुंचे। इसके बाद उनके मास्को जाने की योजना है। जर्मन चांसलर ओलाफ स्काल्ज रूस में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत करेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह रूस को पीछे हटने के लिए मनाने की कोशिशें करेंगे।
वहीं समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का भी कहना है कि अभी भी दोनों मुल्कों के बीच बातचीत के रास्ते बंद नहीं हुए हैं। तनाव को खत्म कराने की कोशिशें जारी हैं। दरअसल रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर एक लाख 30 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं। इसको लेकर पश्चिमी मुल्क सतर्क हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से भी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलिंस्की को मदद का भरोसा दिया गया है।