आर्कटिक में मिल रहे हैं विनाशकारी संकेत, वैज्ञानिक ने की डराने वाली भविष्यवाणी
आर्कटिक में बर्फ की विशाल चट्टानों के बीच मौजूद 'अदृश्य दुनिया' के आसरे हमारी दुनिया को बचाने की कोशिश होने वाली है
आर्कटिक में बर्फ की विशाल चट्टानों के बीच मौजूद 'अदृश्य दुनिया' के आसरे हमारी दुनिया को बचाने की कोशिश होने वाली है। पृथ्वी के प्रख्यात वैज्ञानिक वेन डेविडसन ने लगातार 40 सालों की खोज के बादज कहा है कि धरती पर बहुत बड़ा खतरा आने वाला है, इसके संकेत आर्कटिक में मिल रहे हैं और आर्कटिक की अदृश्य दुनिया से ही पृथ्वी को बचाने का रास्ता निकलेगा। उन्होंने कहा कि, आर्कटिक में ऐसे लक्षण साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं, जिसे इंसान दरकिनार कर रहा है। आपको बता दें कि वेन डेविडसन वो शख्स हैं, जिन्होंने 2005 में ही कह दिया था कि आने वाले 20 सालों में अमेरिका में भीषण गर्मी पड़ेगी और उनकी भविष्यवाणी के सिर्फ 15 सालों में ही अमेरिका में इस साल भीषण गर्मी की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है।
कौन हैं वैज्ञानिक वेन डेविडसन?
वेन डेविडसन पिछले 40 सालों से लगातार नुनावुत के कॉर्नवालिस द्वीप पर रेसोल्यूट बे में आर्कटिक वेदर स्टेशन से वायुमंडलीय रीडिंग ले रहे हैं। उन्होंने अपनी रिसर्च के आधार पर कहा है कि हमारी दुनिया बहुत तेजी से विनाश की तरफ बढ़ रही है लेकिन उसे बचाने का रास्ता क्या होगा, इसका राज आर्कटिक में मौजूद 'अदृश्य दुनिया' में छिपा हुआ है, जिसे रिकॉर्ड करना होगा। लेकिन, इंसानों का व्यवहार प्रकृति को लेकर काफी बुरा है और मुझे लगता है कि इंसानों ने अभी तक नहीं जाना है कि उसके ऊपर कौन सा खतरा आ चुका है।
आर्कटिक में 'अदृश्य दुनिया'
वैज्ञानिक वेन डेविडसन का मानना है कि हमारा अतीत ही हमारा सबसे बड़ा मार्गदर्शत है और आर्कटिक वो जगह है, जहां से हमारे जलवायु में क्या परिवर्तन होने वाले हैं, इसकी जानकारी जुटाई जा सकती है। इस हफ्ते यूनाइटेड नेशंस की जलवायु परिवर्तन को लेकर पेश की गई आईपीसीसी जलवायु रिपोर्ट में काफी कड़े शब्दों में कहा गया है कि हमारी धरती तेजी से विनाश की तरफ बढ़ रही है और अगर इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो साल 2040 के बाद पूरी दुनिया में विनाशकारी परिणाम दिखने लगेंगे।
डेविडसन का काम
नुनावुत में वैज्ञानिक डेविडसन का काम मौसम पर लगातार नजर रखना है और उसे रिकॉर्ड करना है। वो हर दिन वातावरण में आए वायुमंडलीय दवाब, तापमान को दिन में दो बार रिकॉर्ड करते हैं। इसके साथ ही हवा में मौजूद आर्दता, हवा और तापमान को रिकॉर्ड करते हैं और उसके आधार पर परीक्षण करते हैं। इसके साथ ही वैज्ञानिक डेविडसन सूर्यास्त, सूर्योदय के साथ साथ आर्कटिक में बर्फ के निर्माण और जानवरों की हरकतों का भी रिकॉर्ड रखते हैं लेकिन उनका मानना है कि आर्कटिक में जो परिवर्तन आ रहे हैं, उसे समझना काफी क्रिटिकल है। ब्रिटिश अखबार गार्जियन से बात करते हुए डेविडसन ने कहा कि ''जलवायु परिवर्तन के संबंध में मैं आर्कटिक में बदलती स्थितियों पर काफी करीब से निगाह रखता हूं''।
डेविडसन के दावे
वैज्ञानिक डेविडसन ने कहा कि यह काम इंसानों के लिए कभी इतना महत्वपूर्ण नहीं रहा। आईपीसीसी की रिपोर्ट ने घोषित किया है कि जलवायु संकट दुनिया भर में कहर बरपा रहा है और ये साफ तौर पर इंसानी गतिविधियों के द्वारा उत्पन्न हुआ है और ये धरती के हर कोने को प्रभावित कर रहा है। दुनिया के सैकड़ों शीर्ष वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि 2040 तक वायुमंडलीय तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस का इजाफा हो जाएगा और फिर इंसानों के लिए स्थिति काफी विकराल होने लगेगी। डेविडनस ने 2005 में दावा किया था कि आर्कटिक में चीजें बदल रही हैं और अगले 20 सालों के अंदर अमेरिका में भीषण गर्मी पड़ेगी और इस साल डेविडसन की भविष्यवाणी सच साबित हो गई, वो भी सिर्फ 15 सालों के अंदर। अमेरिका में इस साल भीषण गर्मी की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। लिहाजा, डेविडसन ने कहा है कि आर्कटिक की अदृश्य दुनिया को काफी बारीकि से अगर अध्ययन किया गया तो इंसानों के बचने का रास्ता यहां से मिल सकता है।
''आर्कटिक एक रहस्यमयी स्थान है''
अमेरिका में भीषण गर्मी पड़ने की भविष्यवाणी करने वाले वैज्ञानिक डेविडसन ने कहा कि ''मैंने आर्कटिक की अदृश्य दुनिया को आत्मसात कर लिया है, लेकिन आर्कटिक रहस्यों से भरा हुआ है। इसे समझना इंसानों के लिए काफी ज्यादा मुश्किल है''। उन्होंने कहा कि ''हमने अब इसे धीरे-धीरे समझना शुरब किया है, लेकिन डर इस बात की है कि जब तक हम इसे समझेंगे, यह खत्म हो जाएगा''। डेविडनस ने कहा कि ''सच पूछिए तो इंसानों के व्यवहार से मैं बिल्कुल खुश नहीं हूं''
आर्कटिक में हो रहे हैं बदलाव
डेविडसन ने कहा कि आर्कटिक में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। डेविडसन के साथ साथ स्थानीय शिकारियों का कहना है कि आर्कटिक में रहते हुए आप काफी चीजों को महसूस करेंगे। शिकारियों ने कहा कि ''आर्कटिक में अब रात हल्की होती जा रही है, मतलब अब रात काली नहीं होती है, आर्कटिक में आप महसूस करेंगे कि हवा के ऊपर एक गर्म परत आ रही है और आपको आर्कटिक में दक्षिण की तरफ से एक प्रकाश आता हुआ महसूस होगा। ये प्रकाश कई तरह के होते हैं, जैसे नीले, हरे और लाल रंक के प्रकाश दिखाई देते हैं''।
डेविडसन की चेतावनी
वैज्ञानिक डेविडसन ने समुद्री व्हेल और आर्कटिक में मौजूद दूसरे जानवरों के व्यवहार से लेकर आर्कटिक में बदलने वाली परिस्थिति को काफी करीब से देखा है और उसे परख रहे हैं। उन्होंने दुनिया के लिए एक तरह से चेतावनी जारी करते हुए कहा कि आर्कटिक में बनने वाली परिस्थितियों से मौसम प्रणाली काफी कमजोर हो जाएगी, जिसकी वजह से भयानक लू का चलना शुरू हो जाएगा। बारिश इतनी ज्यादा होने लगेगी कि बाढ़ इंसानों के लिए विनाशकारी साबित होने लगेगा।