देश के वैज्ञानिकों के ज्ञान के सामने कोरोना की हार

वैज्ञानिकों के ज्ञान के सामने कोरोना की हार

Update: 2022-04-06 07:29 GMT
मऊ। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत गठित नेशनल काउंसिल फार साइंस एंड टेन्नोलाजी कम्यूनिकेशन की ओर से ग्रामीण इलाकों में वैज्ञानिक सोच एवं तकनीकी प्रवृत्ति को विकसित करने के लिए जिले के सरवां गांव स्थित विद्यापीठ पब्लिक स्कूल में मंगलवार को 'अनरिच्ड टू रीच' विज्ञान शिक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमेें वक्ताओं ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों के ज्ञान के सामने कोरोना की हार हुई। दो दिवसीय आयोजन में केंद्रीय संस्थानों से आए वैज्ञानिकों ने ग्रामीण छात्रों को अनेक जटिल वैज्ञानिक रहस्यों को आसान शब्दों में समझाया। कार्यशाला का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि डीएवी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य देवभाष्कर तिवारी, भाजपा नेत्री डॉ.सीता राय, समाजसेवी गोपाल तिवारी ने किया। कार्यशाला में विद्यालयीय बच्चों ने माडलों की प्रदर्शनी लगाई।
बीएचयू से आए वैज्ञानिक डॉ.फणींद्रपति पांडेय ने कहा कि यह भारत के विज्ञान के ज्ञान की ही ताकत थी, जिसके सामने कोरोना हारा। भारतीय वैज्ञानिकों ने वैक्सीन खोजकर कई देशों के नागरिकों की जान बचाया। लखनऊ विवि से आई डॉ. आयुषी रस्तोगी ने एलसीडी के बारे में समझाया। वैज्ञानिक डॉ. प्रेमप्रकाश सिंह, डॉ. राजकमल यादव एवं डॉ. प्रभा भारतीय ने कई जटिल वैज्ञानिक घटनाओं को आसान भाषा में समझाया। केशव शिक्षा समिति के संयोजक रवि पांडेय एवं बिजली यादव ने वैज्ञानिकों को सम्मानित किया। उत्कृष्ट माडल प्रस्तुत करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान नाजिया अहमदी, पदमेश तिवारी, विज्ञान शिक्षक ऋषिकेश पांडेय आदि उपस्थित थे।
Tags:    

Similar News

-->