कोरोना का वैक्सीन बनाने वाली वैज्ञानिक ने कहा: हमारा अगला लक्ष्य कैंसर होगा
कोरोना का वैक्सीन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस का टीका बनाना कोई आसान काम नहीं था। आमतौर पर किसी भी बीमारी के लिए वैक्सीन बनाने में 5-7 साल का समय लग जाता है, लेकिन वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की और एक साल के अंदर ही कोरोना की वैक्सीन बनाकर दुनिया को चौंका दिया। फिलहाल दुनिया के कई देशों में इस बीमारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है। हालांकि कोरोना के अलावा और भी कई गंभीर बीमारियां हैं, जिनके टीके अब तक नहीं बन पाए हैं। इसमें कैंसर जैसी घातक बीमारी भी शामिल है। अब कोरोना के लिए सबसे पहले टीका विकसित करने वाली एक वैज्ञानिक ने कहा है कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है और अब इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल एक और बड़ी वैश्विक बीमारी कैंसर के इलाज के लिए किया जाएगा।
इस वैज्ञानिक का नाम ओजलेम तुरेसी है। वह उगुर साहिन की पत्नी हैं। दोनों ने मिलकर जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक की स्थापना की है। फिलहाल फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन का इस्तेमाल अमेरिका समेत कई देशों में किया जा रहा है। इस वैक्सीन को काफी सुरक्षित और प्रभावी बताया जा रहा है।