चीनी अंतरिक्ष यात्री ने बनाए ओलंपिक रिंग्स
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 (Beijing Winter Olympics 2022) की शुरुआत 4 फरवरी से होगी
पेइचिंग : बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 (Beijing Winter Olympics 2022) की शुरुआत 4 फरवरी से होगी। चीनी स्पेस स्टेशन में मौजूद चीनी अंतरिक्षयात्री भी इन खेलों में दिलचस्पी ले रहे हैं। स्पेस टीचर वांग याफिंग ने बीजिंग ओलंपिक खेलों को समर्पित करते हुए स्पेस स्टेशन में पांच ओलंपिक रिंग्स बनाए हैं। सवाल यह कि आखिरकार अंतरिक्ष में जहां गुरुत्वाकर्षण शून्य होता है, ओलंपिक रिंग्स कैसे बनाए जाते हैं?
एक वीडियो में इसकी विधि को देखा जा सकता है। पांच छल्लों से जड़ी एक पारदर्शी प्लेट, तीन अलग रंगहीन तरल पदार्थ, तीन एसिड-बेस इंडिकेटर या अन्य अभिकर्मक, इन सामग्रियों का इस्तेमाल करते हुए वांग याफिंग के कुशल तरीके से, नीला, काला, लाल, पीला और हरा, ओलंपिक के पांच छल्लों का निर्माण किया। भारहीनता की स्थिति में स्पेस में ओलंपिक रिंग्स अपने आप तैर सकते हैं। खास बात यह कि स्पेस में तरल पदार्थ इनसे बाहर भी नहीं निकलते हैं।
ओलंपिक खेलों को लेकर उत्साहित अंतरिक्ष यात्री
यह पहली बार है जब चीनी अंतरिक्ष स्टेशन पर ओलंपिक रिंग्स बनाए गए हैं। वांग याफिंग ने कहा कि पांच ओलंपिक रिंग्स के साथ-साथ अंतरिक्ष यात्री थ्येनकोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर शीतकालीन ओलंपिक के माहौल को और भी अधिक अच्छे से महसूस कर सकते हैं। वे पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक का इंतजार कर रहे हैं और शीतकालीन ओलंपिक एथलीटों के लिए उत्साहित हैं। चीन ऐसे समय पर इन खेलों का आयोजन कर रहा है जब अमेरिका और ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देश इसका बहिष्कार कर रहे हैं।
व्लादिमीर पुतिन ने की बहिष्कार की निंदा
यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों के साथ बढ़े तनाव के बीच चीन के दौरे पर आ रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका समेत कुछ देशों द्वारा बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की निंदा की है। उन्होंने कहा कि 'अपने स्वार्थ के लिए ओलंपिक चार्टर के खिलाफ खेलों का राजनीतिकरण करने' का प्रयास किया जा रहा है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शुक्रवार को 17 दिवसीय बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का उद्घाटन करेंगे।
बीजिंग ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा
पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और 30 राष्ट्राध्यक्ष तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले हैं। हालांकि, चीन के अशांत शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों को उजागर करने के लिए अमेरिका, यूरोपीय संघ (ईयू) और कई अन्य देशों द्वारा राजनयिक रूप से इसका बहिष्कार किया जा रहा है।