कोरोना संक्रमण के लिए हॉटस्पॉट है कैश और ATM? वैज्ञानिकों ने किए कई शोध
वैज्ञानिकों ने किए कई शोध
कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में अब तेजी से उछाल देखा जा रहा है। दिन पर दिन संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इन दिनों कोविड-19 के नए म्यूटेंट ने हर किसी की चिंता और बढ़ा दी है। नए वैरिएंट को 'डबल म्यूटेशन वायरस' (Double mutant virus) कहा जा रहा है।
इसी के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए देशभर के तमाम राज्यों में सरकार की ओर से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसे हालातों में न सिर्फ आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क पहनना जरूरी है बल्कि अपने वातावरण की साफ-सुथरा रखना भी आवश्यक है। क्योंकि कोविड-19 महामारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के अलावा सतहों (surfaces) को छूने पर भी फैलती है।
यात्रा करते वक्त हाथ से स्पर्श न करें बसों व मेट्रो की सीटें और मिरर
आपको बता दें कि SARS-COV-2 एक अदृश्य वायरस है, जिसका केवल COVID टेस्ट के जरिए ही पता लगाया जा सकता है। हालांकि, वायरस सतहों पर भी जमा हो सकता और COVID-19 के मामलों को बढ़ा सकता है।
इसलिए हर किसी के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए यात्रा कर रहे हैं तो सतहों के संपर्क में न आएं। जैसे आप बस या मेट्रो से यात्रा कर रहे हैं उनके डंडे, सीट या मिरर को टच न करें। क्योंकि इस पर वायरस जमा हो सकता है।
WHO भी जारी कर चुका है सतहों को टच न करने की गाइडलाइन
जानकारों की मानें तो कोविड-19 महामारी दूसरी बीमारियों से कहीं ज्यादा खतरनाक है। इस वायरस को लेकर हर रोज नए-नए फैक्टर्स सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जब तक ये वायरस हमारे बीच मौजूद है तब तक हमें खुद सावधान रहने के अलावा बीमार व्यक्तियों द्वारा टच की गई सतहों की साफ-सफाई भी करनी होगी। ऑस्ट्रेलियाई शोध के अनुसार, कोविड न सिर्फ व्यक्ति के जरिए दूसरों में ट्रांसफर हो सकता है बल्कि यह दूषित सतह के जरिए भी संक्रमण फैला सकता है।
स्टडी में खुलासा हुआ है जब भी संक्रमित व्यक्ति किसी सरफेस को छूता है तो ये वहां जमा हो जाता है। गौरतलब है कि पिछले साल फरवरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की ओर से भी गाइडलाइन जारी की गई थीं जिनमें ये बात सामने आई थी कि सतह भी COVID-19 का कारण बन सकती हैं। हाल ही में इस मामले पर और भी ताजा शोध हुए हैं जिसके जरिए आप जान सकते हैं कि कोविड सतह से फैलता है या नहीं।
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सतहों पर कोविड-19 वायरस को लेकर क्या कहता है ताजा शोध
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centre for Disease Control and Prevention) के डायरेक्टर रोशेल वेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में हुई प्रेस ब्रीफिंग में इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि सतह के जरिए वायरस फैलने की बहुत आशंका है।
CDC की नई गाइडलाइन के मुताबिक, सतह से कोविड स्प्रेड के 10 हजार मामलों में से केवल एक ही मामला ऐसा सामने आता है जिसमें कोई इस तरह से कोरोना संक्रमित हुआ हो। इस तरह से संक्रमित सतह से कोरोना फैलने की दर लगभग न के ही बराबर है।
हालांकि, CDC की ताजा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि संक्रमित सतह को छूने से कोई व्यक्ति इसकी चपेट में नहीं आ सकता है, लेकिन इसकी दर इतनी कम है कि जिसको मानना मुश्किल है।
फोन, लैपटॉप पर भी हो सकता है वायरस
हमारे फोन की स्क्रीन पर भी कोविड वायरस हो सकता है, क्योंकि हम इसे पब्लिक प्लेस पर भी इस्तेमाल करते हैं। आवाजाही में फोन की स्क्रीन पर भी वायरस आ सकता है लिहाजा आप इसे हमेशा सैनिटाइज करते रहें।
साथ ही जब आप इससे कॉल पर बात करते हैं तो इसे मुंह और नाक से टच न होने दें। इसी तरह की सावधानी आपको कम्प्यूटर, टैबलेट, लैपटॉप, माउस, की-बोर्ड और अन्य गैजेट्स का उपयोग करते समय भी बरतनी चाहिए। इन्हें भी आप सैनिटाइज करते रहें।
ATM यूज करते वक्त बरतें सावधानी
गैजेट्स और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अलावा हर रोज लाखों लोग कैश निकालने के लिए एटीएम मशीनों का भी प्रयोग करते हैं। यह भी COVID-19 संक्रमण के लिए एक हॉटस्पॉट बन सकता है। इसलिए, एटीएम मशीन का उपयोग करने के पहले उसे सैनिटाइज करें और अपने हाथों को साफ करें।
पैसों के लेन-देन से बरतें सावधानी
सरफेस के अलावा कोरोना एक दूसरे के साथ पैसों के लेनदेन के जरिए भी फैल सकता है। इसलिए बेहतर होगा आप कोरोना काल में कैश की बजाए ऑनलाइन पेमेंट को प्रायोरिटी दें।