अंतरिक्ष में हजारों साल से जारी है सितारों का बैले डांस, डार्क एनर्जी कैमरा ने कैप्चर किया अद्भुत नजारा

Update: 2022-05-04 18:31 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अंतरिक्ष कई तरह के रहस्यों से भरा पड़ा है। वैज्ञानिक दिन-प्रतिदिन ऐसे खोज करते रहते हैं, जिसपर हमें अचानक विश्वास भी नहीं होता है। अब वैज्ञानिकों ने दो आकाशगंगाओं का पता लगाया है, जो हजारों साल से एक दूसरे के साथ आने की प्रक्रिया में हैं। ऐसे में इनके अंदर मौजूद तारे आपसी खिंचाव के कारण एक दूसरे के कभी करीब तो कभी दूर चले जाते हैं। इनसे नए-नए तारों का निर्माण इतनी तेजी से हो रहा है कि देखने में लगते हैं कि कोई गैलेक्टिक बेले फॉर्मेशन में डांस कर रहा हो। इन आकाशगंगाओं को अमेरिका की फंडिंग से बनाए गए डार्क एनर्जी कैमरा ने कैप्चर किया है।

400 मिलियन साल से एक पास आने की कर रही कोशिश
वैज्ञानिकों ने बताया कि पृथ्वी से 60 मिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित दो आकाशगंगाएं 400 मिलियन वर्षों से एक साथ आने की प्रक्रिया में हैं। दक्षिणी गोलार्ध के होरोलोगियम नक्षत्र में स्थित में स्थित इन दोनों आकाशगंगाओं में से एक का नाम एनजीसी 1512 और दूसरे का नाम एनजीसी 1510 है। इन दोनों में एनजीसी 1512 बड़ा है, जो अपने गुरुत्वीय बल के जरिए छोटी एनजीसी 1510 आकाशगंगा को अपने अंदर खींच रहा है, जिसने तारों के निर्माण की लहरें पैदा कर दी हैं।
डार्क एनर्जी कैमरा ने जारी की तस्वीर
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी की फंडिंग से बने डार्क एनर्जी कैमरा ने इस घटना की तस्वीर को जारी किया है। डार्क एनर्जी कैमरा एक वाइड-फील्ड इमेजर है, जिसे चिली में सेरो टोलोलो इंटर-अमेरिकन ऑब्जर्वेटरी में विक्टर एम ब्लैंको 4-मीटर टेलीस्कोप पर लगाया गया है। यह ऑब्जर्वेटरी अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन के एक प्रोग्राम से संबंधित है। डार्क एनर्जी कैमरा तारों के प्रकाश को कैद करता है। इसमें लगा विक्टर एम ब्लैंको के 13-फुट-चौड़े (4-मीटर-चौड़े) मिरर रोशनी के छोटे से छोटे स्त्रोत को ढूंढ लेते हैं। इसका वजन किसी छोटे ट्रक जितना है।
तस्वीर में क्या दिखा?
नई तस्वीर में एनजीसी 1512 एक सर्पाकार आकाशगंगा की तरह दिखती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह आकाशगंगा गैलेक्टिक बेले जैसे डांस फॉर्मेशन में छोटे एनजीसी 1510 को अपने अंदर समाने के लिए पास पहुंचती दिखाई देती है। दो आकाशगंगाओं के बीच प्रकाश की धारा से पता चलता है कि ये दोनों कितने समय से आपस में खींचतान कर रहे हैं। दोनों आकाशगंगाओं के गुरुत्वाकर्षण बलों ने प्रत्येक आकाशगंगा में तारे के निर्माण की दर को तेज कर दिया है और उनके आकार को बिगाड़ दिया है।


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