112 साल पहले विस्फोट के कारण कांप उठी थी धरती, आप भी जानकर रह जाएंगे दंग
रूस के साइबेरिया में 30 जून 1908 को एक भयानक विस्फोट हुआ था.
जनता से रिश्ता वेबडेसक| दुनिया में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जिनका रहस्य अब तक नहीं सुलझा है. ऐसी ही एक अनसुलझी घटना आज से 112 साल पहले रूस में हुई थी. इसको लेकर वैज्ञानिक आज भी हैरान हैं. इस घटना को याद करके ही रूस के लोग डर जाते हैं. 112 साल बीत जाने के बाद भी वैज्ञानिक स घटना की वजह समझ नहीं सके हैं.
रूस के साइबेरिया (Siberia of Russia) में 30 जून 1908 को एक भयानक विस्फोट हुआ था. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आग के गोले (Fireball) का यह विस्फोट पॉडकामेन्या तुंगुस्का नदी (Podkamenya Tunguska River) के पास हवा में हुआ था.
कहते हैं कि उस दौरान हवा में करीब 50-100 मीटर चौड़ा एक आग का गोला (Fireball) उठा था. जिस क्षेत्र में यह विस्फोट हुआ था, वह घनी आबादी वाला इलाका नहीं था और वहां ज्यादातर पेड़-पौधे ही थे.
यह विस्फोट इतना भीषण था कि इस विस्फोट के कारण वहां की धरती कांप उठी थी. आप जानकर दंग रह जाएंगे कि जिस जगह यह धमाका हुआ था, वहां से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित लोगों के घरों के शीशे टूट घए थे.
रूस (Russia) की इस घटना के एक चश्मदीद (Eye Witness) ने बताया था कि जब विस्फोट हुआ तो आकाश दो हिस्सों में बंटा हुआ नजर आ रहा था. जंगल के ऊपर आसमान का पूरा उत्तरी भाग ऐसा लग रहा था कि जैसे उसमें आग लग गई हो.
सराकरी फाइल में इस विस्फोट के कारण एक व्यक्ति की मौत बताई गई थी. वह व्यक्ति विस्फोट से पैदा हुई ऊर्जा (Energy) के कारण पेड़ से टकरा गया था. वह उसी पेड़ में अटक गया था, जिसके कारण उसकी जान चली गई थी.
इस विस्फोट में 8 करोड़ से अधिक पेड़ तबाह (Over 8 Crore Trees Destroyed) हो गए थे. यह दृश्य बेहद खौफनाक था. इससे हुए नुकसान की भरपाई कभी नहीं हो सकेगी.