भारत में जनवरी के अंत तक रोज आएंगे 10 लाख कोरोना केस!
भारत में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार ने लोगों के दिलों में फिर से खौफ को पैदा कर दिया है
भारत में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार ने लोगों के दिलों में फिर से खौफ को पैदा कर दिया है। पूरे देश में दिसंबर के अंत से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू, वीकेंड कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधों को भी लागू करना शुरू कर दिया है। इस बीच ताजा स्टडी में दावा किया गया है कि जनवरी के अंत और फरवरी के शुरुआत तक भारत में हर दिन 10 लाख कोरोना के मामले आ सकते हैं।
IISC और ISI की स्टडी में दावा
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) और इंडियन स्टैटिकल इंस्टीट्यूट (ISI) एक टीम ने ओमीक्रोन के ट्रांसमिसिबिलिटी रेट को लेकर एक स्टडी की है। इसी स्टडी में दावा किया गया है कि भारत में जनवरी के अंत तक कोरोना के मामले चरम पर पहुंच जाएंगे। फरवरी के पहले हफ्ते में भी कोरोना के मामलों में तेजी बनी रहेगी। यह भी बताया गया है कि भारत में मार्च की शुरुआत में कोरोना के मामले कम होने शुरू हो जाएंगे।
हर दिन आ सकते हैं 10 लाख नए मामले
इस स्टडी मॉडल में माना गया है कि कोरोना की नई लहर में या तो 30 प्रतिशत, 60 प्रतिशत, या 100 प्रतिशत आबादी अतिसंवेदनशील है। वायरस के प्रति संवेदनशील लोगों के प्रतिशत के आधार पर, भारत में चरम के दौरान दैनिक मामले लगभग 300000, 600000, या 1000000 तक हो सकते हैं। भारत में अबतक कोरोना के कुल 35,226,386 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें से 483,178 लोगों की मौत हो चुकी है।
सात महीने में पहली बार 1 लाख मामले आए
शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना और ओमीक्रोन के आंकड़े जारी कर बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में ,17,100 नए मामले आए हैं। सात महीनों में यह पहली बार है जब देश में दैनिक मामलों की संख्या एक लाख के पार पहुंची है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि देश के 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमीक्रोन के 3,007 मामले अब तक सामने आ चुके हैं।
एक्टिव केस की संख्या 3 लाख 71 हजार के पार
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 3,71,363 तक पहुंच गई है जो करीब 120 दिनों में सबसे अधिक है। पिछले 24 घंटों में कोरोना से पूरे देश में 302 मरीजों की मौत भी हुई है। मंत्रालय ने बताया कि, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.05 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की राष्ट्रीय दर 97.57 प्रतिशत है। 24 घंटों में कोरोना वायरस का उपचार करा रहे मरीजों की संख्या में 85,962 की वृद्धि हुई है।