इन 4 ग्रहों का राशि परिवर्तन, जानिए क्या होने वाले हैं बदलाव

इन 4 ग्रहों का राशि परिवर्तन

Update: 2021-07-18 14:17 GMT

आगामी 17 से 25 जुलाई के बीच चार ग्रहों का राशि में परिवर्तन होगा। इस अवधि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र राशि बदलेंगे। इसका असर जन-जीवन पर पड़ेगा। जिनकी राशियों में यह ग्रह अच्छे भाव में हैं, उन्हें फायदा और जिनकी कुंडली में यह कमजोर स्थिति में हैं उन्हें कुछ परेशानियां भी आ सकती हैं। सबसे ज्यादा असर मौसम, बाजार और राजनीति के क्षेत्र में दिखाई देगा।

लखनऊ यूनिवर्सिटी के ज्योतिर्विज्ञान विभाग प्रो़ अनिल कुमार पोरवाल ने बताया कि सूर्य के प्रभाव से मौसम के साथ ही कई जगहों पर बड़े प्रशासनिक बदलाव हो सकते हैं। बुध और शुक्र के प्रभाव से अर्थ व्यवस्था में सुधार की शुरुआत होगी। जलीय क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाएं हो सकती हैं। शेयर मार्केट से भी अच्छी खबरें मिलेंगी।
कर्क राशि में सूर्य का एक महीने रहेगा भ्रमण
भारतीय नक्षत्रवाणी पंचांग के ज्योतिषाचार्य पं. राधेश्याम शास्त्री ने बताया कि इस बार संवत का राजा मंगल और मंत्री भी मंगल है। इसलिए ग्रह-नक्षत्रों की स्थितियां भिन्न हैं। सूर्य 16 जुलाई की शाम 4:52 बजे मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और उनका एक महीने भ्रमण रहेगा। यहां पर वह मंगल व शुक्र के आसपास रहेंगे। इससे उद्योग और व्यापार क्षेत्र में लाभ होगा, बाजार में उछाल आएगा।
सूर्य पर पड़ेगी शनि की दृष्टि
मकर राशि में स्थित वक्री शनि की पूर्ण सप्तम दृष्टि सूर्य पर पड़ेगी। इससे हर जगह 20 जुलाई से संतुलित वर्षा होगी। शनि के प्रभाव से कृषि के अलावा लोगों में रोग की आशंका भी होगी।
शुक्र का सिंह राशि में प्रवेश
शुक्र 17 जुलाई को कर्क से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र का साथ 20 जुलाई को मंगल के साथ होगा, तो मंगल और शनि का षड़ाष्टक योग बनने से राजनीतिक उथल-पुथल रहेगी और कर्मचारी आंदोलन भी बढ़ेंगे।
मंगल का सिंह राशि में प्रवेश
मंगल का कर्क से सिंह में 20 जुलाई को प्रवेश होगा। यहां मंगल का साथ सूर्य के साथ 16 अगस्त को होगा। इस दौरान सूर्य कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इससे खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे। कहीं-कहीं पर भारी वर्षा होगी।

बुध का कर्क राशि में प्रवेश
बुध 25 जुलाई को मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। बुध का यहां गुरु से षड़ाष्टक योग बनेगा। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री बढ़ेगी। खाद्यान्न के भाव भी बढ़ेंगे। शिक्षा और अध्यात्म क्षेत्र में प्रगति होगी।


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