हनुमान जी की पूजा करने से मिलती शनि संबन्धी कष्टों से मुक्ति

कहा जाता है कि जीवन में एक बार हर किसी को शनिदेव की वक्र दृष्टि का प्रभाव झेलना पड़ता है. लेकिन अगर आप शनिदेव के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो आपको हनुमान बाबा की शरण में जाना चाहिए. यहां जानिए वो तरीका जिससे हनुमान बाबा अत्यंत प्रसन्न होते हैं.

Update: 2021-12-18 04:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शास्त्रों में हनुमान बाबा को संकटमोचन कहा गया है. माना जाता है कि वे आज भी संसार में विद्यमान हैं और जो भी भक्त उन्हें सच्चे मन से याद करता है, वे उसकी तकलीफ को दूर जरूर करते हैं. हनुमान जी को शनिदेव का परम मित्र कहा जाता है. मान्यता है कि जिस पर हनुमान जी प्रसन्न हों, उसको कभी शनिदेव प्रताड़ित नहीं करते. शनिदेव को काफी क्रूर माना जाता है और उनके नाम से ही लोगों को डर लगता है.

कहा जाता है कि जीवन में एक बार हर किसी को शनिदेव की वक्र दृष्टि का प्रभाव झेलना पड़ता है. ऐसे में परिवार में अशांति, खराब सेहत, निर्धनता, दुर्घटनाएं या किसी भी तरह की कोई अनहोनी होने की आशंका रहती है. लेकिन अगर आपके कर्म अच्छे हैं और आप संकटमोचन के भक्त हैं, तो आप पर शनिदेव की वक्र दृष्टि का कोई असर नहीं होता. अगर आप भी इन दिनों शनि साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा के कुप्रभाव झेल रहे हैं, तो अपने कर्मों में सुधार करें और हनुमान जी की शरण में जाएं. हर शनिवार को हनुमान जी पर चोला चढ़ाएं. इससे आपको शनि संबन्धित हर कष्ट से मुक्ति मिलेगी.
इस तरह चढ़ाएं चोला
सबसे पहले हाथ में अक्षत, पुष्प और दक्षिणा लेकर संकल्प करें. इसके बाद सिंदूर में चमेली का तेल डालकर अच्छे से मिलाकर सबसे पहले हनुमान जी के पहले चरणों में लगाएं. इसके बाद चोले को ऊपर से नीचे की ओर लगाएं. फिर चांदी की बर्क लगाएं और जनेऊ पहनाएं. इसके बाद धूप और दीप अर्पित करें. पुष्प माला पहनाएं व बेसन या बूंदी के लड्डू का भोग लगाकर दक्षिणा चढ़ाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें और भगवान राम का नाम भजें. फिर आरती करें.
ये बात जरूर ध्यान रखें
चोला चढ़ाने के बाद हनुमान बाबा के चरणों का सिंदूर लेकर अपने घर के मुख्यद्वार के बीच में एक स्वास्तिक बना दें. इससे आपके घर की सभी संकटों से रक्षा होती है. इसके अलावा ये ध्यान रहे कि चोला चढ़ाना महिलाओं के लिए वर्जित है. वे दूर से ही हनुमान बाबा को प्रणाम कर सकती हैं. अगर आप शादीशुदा हैं तो अपने हाथों से पति को चोले का सामान दें, लेकिन चोला पति के हाथ से ही चढ़वाएं. इस दौरान स्वच्छता का विशेष खयाल रखें.
जानें क्यों हनुमान जी को पसंद है चोला
चोला चढ़ाने के पीछे एक कथा प्रचलित है. कथा के अनुसार एक बार हनुमान बाबा ने सीता माता को मांग में सिंदूर लगाते देखा तो कारण पूछा, उन्होंने कहा कि आपके प्रभु की लंबी आयु के लिए है. ऐसा सुनकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया. जब भगवान राम ने उन्हें देखा तो हंसने लगे, बोले हनुमान ये क्या है? हनुमान जी बोले प्रभु ये आपकी लंबी आयु के लिए है. उनकी भक्ति और भोलापन देख राम भगवान बहुत प्रसन्न हुए और बोले आज से जो भी तुम्हें सिंदूर चढ़ाएगा उसके सारे कष्ट दूर होंगे. उस पर हमेशा मेरी भी कृपा रहेगी. इसलिए कहा जाता है कि हनुमान बाबा पर चोला चढ़ाने से हनुमान जी के साथ प्रभु श्रीराम भगवान की भी कृृपा मिलती है.
ये काम भी जरूरी
– दूसरों के साथ धोखा न करें. छल और कपट की भावना मन में न रखें.
– बुजुर्गों की सेवा करें, जरूरतमंदों की यथासंभव मदद करें.
– बेजुबानों को न सताएं. कुत्ते, गाय और पशु पक्षियों की सेवा करें.
– सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करें. शनिवार के दिन काली दाल, काले तिल या सरसों के तेल का दान करें.


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