अधूरी मानी जाएगी पूजा, महिलाओं को सावन में नहीं करना चाहिए ये काम...
सावन का पावन महीना चल रहा है. इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करना चाहिए. इस महीने में महिलाओं को कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सावन का पावन महीना चल रहा है. ये महीना शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है. इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने में भोलेनाथ की पूजा करने से आपकी सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. ये महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. कई श्रद्धालु इस महीने में व्रत और पूजा करते हैं.
इस महीने में कुंवारी लड़कियां अच्छे पति के कामना करती हैं. वहीं, सुहागिन महिलाएं मंगली गौरी, शिवरात्रि और हरियाली तीज का व्रत रखती हैं. शाम के समय में प्रसाद खाने के बाद सात्विक भोजन करती है. खासतौर पर महिलाओं को इस महीने में कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए. इन कार्यों को करने से पूजा और व्रत असफल मानी जाती है.
सावन में देर तक नहीं सोना चाहिए. इस महीने में सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
सावन के महीने में काले कपड़े पहनना अच्छा नहीं माना जाता है. खासतौर पर महिलाओं को इस महीने में हरी रंग का इस्तेमाल करना चाहिए. सुहागिन महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहननी चाहिए. शास्त्रों में भी सावन के महीना में हरे रंग का खास महत्व होता है.
शास्त्रों में कहा गया है कि मासिक धर्म में महिलाओं को शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए और न ही उन्हें छूना चाहिए. इस समय में अपने स्वास्थ्य और साफ – सफाई का खास खयाल रखें.
सावन में भोलेनाथ की पूजा अर्चना के दौरान तुलसी, हल्दी और केतकी के फूल से पूजा नहीं अर्पित करना है. आप भगवान शिव को बेलपत्र,भांग, धतूरा आदि चढ़ाएं.
इस महीने में सात्विक भोजन करें. सावन में प्याज, लहसुन, मांस, मछली को खाना वर्जित माना गया है.
सावन में व्रत और पूजा के दिन बैंगन और मूली का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा पत्तेदार साग- सब्जियों का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इनमें कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है.