रविवार के दिन करें रीठा के पेड़ की उपासना,इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी

रीठा के पेड़ की उपासना

Update: 2022-02-20 05:23 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रविवार के दिन शाम 4 बजकर 12 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। हस्त नक्षत्र हमारे भाग्य को उज्ज्वल करने वाला है। हस्त नक्षत्र को हमारे जीवन में परिश्रम करने की क्षमता, विशेषकर कि हाथ की कला से किए जाने वाले कार्यों के साथ जोड़कर देखा जाता है।

हस्त नक्षत्र के दौरान चन्द्रदेव की उपासना करना भी शुभ माना जाता है, साथ ही हस्त नक्षत्र में भगवान शंकर की भी पूजा की जाती है। जबकि वनस्पतियों में इसका संबंध रीठा के पेड़ से बताया गया है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, जिन लोगों का जन्म हस्त नक्षत्र में हुआ हो, उन लोगों को हस्त नक्षत्र के दौरान रीठे का पेड़ या उससे बनी किसी अन्य चीज़ को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। रविवार के दिन रीठा के पेड़ की उपासना करनी चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
अगर आपका पैसा जरूरत से ज्यादा खर्च होता है तो रविवार के दिन एक रीठा का फल लेकर उसे एक साफ कपड़े में लपेटकर पूरा दिन अपने पास रखिए। फिर रविवार के दिन उस फल को बहते जल में प्रवाहित कर दीजिए और उस कपड़े को अपने पास संभालकर रख लीजिए।
अगर आप किसी प्रतियोगिता परीक्षा में अपनी सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो आज रीठा के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाने के साथ-साथ उसके तने को छूकर प्रणाम भी कीजिए और प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए प्रार्थना कीजिए।
आपको अपने कार्यों की तरक्की के लिये आज रीठा के वृक्ष को प्रणाम करना चाहिए। अगर संभव हो तो उसके तने को छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए और उसकी विधि-पूर्वक रोली-चावल से पूजा करनी चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि रीठा के वृक्ष को किसी भी रूप में नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। न ही उसके फलों को, उसकी पत्तियों को या उसकी टहनियों को पेड़ से तोड़ना चाहिए और न ही इस दिन इन सब चीज़ों को किसी उपयोग में लेना चाहिए।
अपने दाम्पत्य जीवन को एक कदम आगे बढ़ाने के लिए रविवार के दिन शिव मन्दिर में जाकर भगवान शंकर को रीठा का फल अर्पित करें। अगर रीठा का फल न मिले तो रीठा का चूर्ण खरीद लें। मार्केट में रीठा का चूर्ण आपको आसानी से मिल जाएगा।


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