वैशाख पूर्णिमा में चंद्रदेव की पूजा, सुख समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी

Update: 2023-04-26 08:24 GMT

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि को बेहद ही खास माना जाता है। जो कि हर माह में पड़ती है अभी वैशाख का महीना चल रहा है और इस महीने आने वाली पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से जाना जा रहा है जो कि इस बार 5 मई दिन शुक्रवार को पड़ रही है। इस दिन पूजा पाठ और स्नान दान का विशेष महत्व होता है।

धार्मिक पंचांग के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन ही नरसिंह जयंती और बुद्ध जयंती भी मनाई जाती है और इसे बुध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चंद्र देव की पूजा करने से भी साधक को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। तो आज हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते है।
धार्मिक पंचांग के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 मई को मध्य रात्रि 11 बजकर 44 मिनट पर हो रहा है जिसका समापन 5 मई ​को रात 11 बजकर 30 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में वैशाख पूर्णिमा का व्रत पूजन 5 मई दिन शुक्रवार को करना उत्तम रहेगा। इस दिन पूजा पाठ करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है।
वैशाख पूर्णिमा के दिन व्रत रखने से साधकों को सुख समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है इस दिन रात्रि के समय धूप, दीपक, पुष्प और अन्न आदि से चंद्र देव की विधिवत पूजा जरूर करें और उन्हें जल चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर परिवार में सदा ही खुशियों का वास होता है।


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