बुधवार को इस तरह करें भगवान गणेश की पूजा, घर में आएगी सुख-समृद्धि
आज साल 2021 के फरवरी महीने का चौथा और अंतिम बुधवार है। मान्यता के मुताबिक बुधवार का संबंध जहां बुध ग्रह से है
जनता से रिश्ता वेबडेसक | आज साल 2021 के फरवरी महीने का चौथा और अंतिम बुधवार है। मान्यता के मुताबिक बुधवार का संबंध जहां बुध ग्रह से है वहीं शास्त्रों में बुधवार का दिन शिवजी के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित है। मंगलमूर्ति श्री गणेश जी सभी देवताओं में सबसे पहले पूजे जाते हैं। इनका सबसे पहले पूजन इसलिए होता है कि काम बिना किसी विघ्न के पूरा हो सके।
मान्यता है कि गणेश जी के ध्यान मात्र से व्यक्ति के जीवन की सारी परेशानियां खूद व खूद दूर हो जाती है। इसी कारण तो किसी भी शुभ मांगलिक कार्यों को आरंभ करने से पहले श्री गणपति जी का न सिर्फ आवाहन किया जाता है बल्कि उनकी विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है।
गणेश जी को प्रिय है दुर्वा
गणेश जी को दुर्वा घास बेहद प्रिय है। इसमें अमृत मौजूद होता है। गणेश जी दुर्वा चढ़ानी चाहिए। इससे गणेश जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। गणपति अथर्वशीर्ष के अनुसार, अगर कोई भी भक्त गणेश जी की पूजा दुर्वांकुर से संपन्न करता है तो वहकुबेर के समान हो जाता है यानी उसके पास किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है।
देवताओं में सबसे पहले पूजे जाते हैं विध्नहर्ता
श्री गणेश संहिता के अनुसार मंगलमूर्ति गणेश सभी देवताओं में अपनी कुशाग्र बुद्धि व विवेक के कारण सबसे पहले पूजे जाते हैं। शास्त्रों में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जो गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए बुधवार किए जाते हैं। बुधवार को यदि कुछ शास्त्रीय उपाय किए जाएं तो भगवान गणेश की कृपा पाई जा सकती है। मान्यता के मुताबिक बुधवार को विध्नहर्ता यानी भगवान गणेश की पूजा करने से विशेष लाभ होता है।
गणेश मंत्र
इस दिन 'गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः' या फिर 'ओम गं गणपतये नमः' मंत्र के जाप से सारे कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी अच्छी हो जाती है।
गणेश जी के 12 नाम
इतना ही गणेशजी के कई नाम हैं अगर इन नामों का भी जाप किया जाए तो लोगों के जीवन से मुश्किलें दूर हो जाती है। नारद पुराण के मुताबिक गणेश जी के 12 नाम हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन। नारद पुराण में वर्णित श्रीगणेश जी के इन 12 नामों का बुधवार के दिन सुबह-शाम 108 बार जप करने से सभी विघ्नों का नाश हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुधवार के दिन भगवान श्रीगणेश जी के इन बारह नामों का ध्यान करने से भगवान गौरी नंदन गणेश अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न होते हैं। इसलिए अगर आप गणपति जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो अपने घर के ही पूजा में विधि-विधान से गणेश पूजा करें और उनके बारह नामों का 108 बार जप करते हुए ध्यान करने से सभी कार्य सफल हो जाते हैं।
मान्यता के मुताबिक धन संबंधित परेशानियां या अन्य कोई समस्या हो तो बुधवार के दिन भगवान श्रीगणेश जी का पूजन करने से हर समस्या दूर हो जाती है। आज हम आपको उनकी कृपा पाने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
बुधवार के उपाय (Budhwar Ke Upay)
- बुधवार को गणेशजी के मंदिर में जाकर दर्शन करें।
- श्रीगणेश को हरी दूर्वा चढ़ाएं।
- हर बुधवार को गाय को हरी घास खिलाएं।
- बुधवार के दिन गणेशजी को सिंदूर अर्पित करें। श्रीगणेश को सिंदूर चढ़ाने से समस्त परेशानियां दूर होकर सभी समस्याओं का समाधान होता है।
- गणेश मंदिर में 7 बुधवार तक गुड़ का भोग चढ़ाएं, आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।
- मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त करने और बाधाएं दूर करने के हेतु गणेश रुद्राक्ष धारण करें।
- गणेश जी को मूंग के लड्डुओं का भोग चढ़ाकर हर तरह की परीक्षा में पास होने के लिए प्रार्थना करें।