सावन के अंतिम शुक्रवार में करें माता वर लक्ष्मी की पूजा

शास्त्रों के अनुसार सावन मास के अंतिम शुक्रवार

Update: 2021-08-20 02:45 GMT

शास्त्रों के अनुसार सावन मास के अंतिम शुक्रवार के दिन वर लक्ष्मी की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन मां वर लक्ष्मी का पूजन करने और व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन की सभी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। माता लक्ष्मी व्यक्ति के घर में कभी धन, धान्य की कमी नहीं होने देती। सावन के आखिरी शुक्रवार को वर लक्ष्मी का पूजन करने से अष्ट लक्ष्मी की सिद्धियां और कृपा प्राप्त होती हैं। इस साल सावन का आखिरी शुक्रवार 20 अगस्त को पड़ रहा है। आइए जानते हैं इस दिन मां वर लक्ष्मी को प्रसन्न करने के विशेष उपाय...

1-मां वर लक्ष्मी क्षीर सागर से उत्पन्न हुई हैं इसलिए दूध के तरह सफेद रंग की है। लेकिन भगवान विष्णु की प्रिया होने के कारण सोलह श्रृगांर धारण करती हैं। सावन के आखिरी शुक्रवार को मां को सोलह श्रृगांर का सामान अर्पित करने से धन लाभ होता है।

2- सावन शुक्रवार के दिन मां वर लक्ष्मी को लाल रंग के आसन पर विराजित कर, लाल रंग के फूल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से मां अवश्य प्रसन्न होती हैं।

3- मां वर लक्ष्मी से धन – धान्य का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, सावन शुक्रवार के दिन स्फटिक या कमल गट्टे की माला से 'ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्' मंत्र का जाप करें।

4- शुक्रवार के दिन मां वर लक्ष्मी का विधि पूर्वक पूजा करने के बाद मां को 7 कौड़ियां चढ़ाएं, बाद में इन कौड़ियों को घर में कहीं गढ्ढा करके दबा दें। घर की सभी आर्थिक समस्याएं दूर होंगी।

5- सावन के शुक्रवार के दिन वर लक्ष्मी का पूजन कर पीपल के पेड़ के नीचे सुगंधित धूप और आटे का दिया जलाएं। घर में मां लक्ष्मी का हमेशा के लिए वास होगा और आपकी सारी आर्थिक समस्याएं क्षण में दूर होंगी।

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